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एडगर डेल के अनुभव के शंकु अथवा शिक्षण सामग्री के वर्गीकरण को समझाइए।
शिक्षण सामग्रियों के वर्गीकरण के सम्बन्ध में एक विचारधारा के अन्तर्गत विभिन्न शिक्षण सामग्रियों का प्रक्षेपण (Projection) की दृष्टि से वर्गीकरण किया गया है। यह हैं- 1. प्रक्षेपित सामग्री (Projected Aids) 2. अप्रक्षेपित सामग्री (Non-Projected Aids)
श्रव्य-दृश्य सामग्री
1. प्रक्षेपित सामग्री- 1. फिल्म, 2. फिल्म पट्टियाँ, 3. अपारदशीफ प्रक्षेपण, 4. शिरोपरि प्रक्षेपण, 5. स्लाइड।
2. अप्रक्षेपित सामग्री
अ. प्रदर्शन बोर्ड – 1. श्याम पट, 2. बुलेटिन बोर्ड, 3. शिरोपरि प्रक्षेपण, 4. फ्लालेन बोर्ड, 5. पेग बोर्ड, 6. मैग्नेटिक बोर्ड लिंग्वाफोन
ब. श्रव्य सामग्री- 1. टेप रिकार्डर, 2. ट्रांजिस्टर, 3. रेडियो, 4. रिकार्ड, 5.
स. क्रिया सम्बन्धी सामग्री- 1. शिक्षण मशीन, 2. कम्प्यूटर, 3. अभिनयीकरण,
4. क्षेत्रीय पर्यटन, 5. प्रयोग कार्य, 6. अभिक्रमित अनुदेशन
द. ग्राफिक सामग्री- 1. चार्ट, पोस्टर, कार्टून, 2. रेखांचित्र, 3. फ्लैश कार्ड, 4. मानचित्र, 5. चित्र, 6. छायाचित्र
य. आयामी सामग्री- 1. प्रतिरूप (मॉडल), 2. वास्तविक वस्तुएँ, 3. कठपुतलियाँ, 4. विभिन्न उपकरण, 5. नमूने
एडगर डेल का अनुभव शंकु
उपर्युक्त समस्त सहायक सामग्रियों को इनकी प्रभावोत्पादकता के दृष्टिकोण से शंकु (Cone) के रूप में प्रदर्शित किया है जिसे एडगर डेल का अनुभव-शंकु के नाम से जाना जाता है, यहाँ चित्रानुसार प्रदर्शित किया गया है।
विभिन्न श्रव्य-दृश्य सामग्रियों में सम्बन्ध प्रदर्शित करने हेतु एडगर डेल द्वारा प्रस्तुत कोन (Cone of Experience) के माध्यम से सरलता से समझाया जा सकता है। इस कोन में सबसे ऊपर शीर्ष पर शाब्दिक संकेत दिये गए हैं तथा सबसे नीचे प्रत्यक्ष व सार्थक अनुभवों को सम्मिलित किया गया है। एडगर डेल द्वारा प्रदत्त ‘अनुभव कोन’ विभिन्न प्रकार की सामग्रियों में एक निश्चित सम्बन्ध प्रकट करता है।
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