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Delhi Sultanate PDF Download In Hindi-दिल्ली सल्तनत के महत्वपूर्ण राजवंश

Delhi Sultanate PDF Download In Hindi-दिल्ली सल्तनत के महत्वपूर्ण राजवंश

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जरुर पढ़े… 

दिल्ली सल्तनत  ,भारत के इतिहास(History of india) की सबसे महत्वपूर्ण है जिसमे दिल्ली सल्तनत  के बारे में विस्तार से बताया गया है. जिसमे इतिहास से जुडी सभी चीजो के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से समझाया है.

आप इस “Delhi Sultanate PDF Download In Hindi-दिल्ली सल्तनत के महत्वपूर्ण राजवंश” के Book मे दिल्ली सल्तनत  की कई महत्वपूर्ण जानकारी आपको पढने को मिलेगी. वो आप इस “indian history in hindi pdf” के माध्यम से जानकारी हासिल कर पाएंगे. जो भी दिल्ली सल्तनत  के अन्तर्गत आते है , जो की नीचे दी गयी है.

1.गुलाम वंश (1206 – 1290 ई. ) –

गुलाम वंश को इतिहासकारों ने अलग-2 नामों से पुकारा है। इसका विवरण निम्नलिखित है।

गुलाम वंश – प्रारंभिक इतिहासकारों ने इसे गुलाम वंश कहा,क्योंकि इस वंश के कुछ शासक गुलाम रह चुके थे।लेकिन यह नाम सर्वाधिक उपयुक्त नहीं है।

मामलुक वंश – यह नाम भी उपयुक्त नहीं है, क्योंकि मामलुक का अर्थ – ऐसे गुलाम (दास)से है जिनके माता-पिता स्वतंत्र हों या ऐसे दास जिन्हें सैनिक कार्यों में लगाया जाता था।

इल्बरी वंश – यह नाम सर्वाधिक उपयुक्त नाम है, क्योंकि कुतुबुद्दीन ऐबक को छोङकर इस वंश के सभी शासक इल्बरी जाति के तुर्क थे।

गुलाम वंश के शासक-

 (i) कुतुबुद्दीन ऐबक (1206 – 1210 ई. तक )

 (ii)आरामशाह – कुतुबुद्दीन ऐबक का उत्तराधिकारी उसका अनुभवहीन व अयोग्य पुत्र आरामशाह था, किन्तु इल्तुतमिश ने इसे अपदस्थ करके सिंहासन पर अधिकार कर लिया।

(iii) इल्तुतमिश ( 1210 – 1236 ई. तक )

(iv) रुक्नुद्दीन फिरोजशाह (1236 ई. ) – इल्तुतमिश के बाद उसका पुत्र रुक्नुद्दीन फिरोजशाह गद्दी पर बैठा । उसकी माता शाह तुर्कान दासी ती। मुस्लिम सरदारों ने शाह तुर्कान और रुक्नुद्दीन फिरोज की हत्या कर दी।

 (v) रजिया ( 1236 – 1240 ई. तक )

 (vi) मुइजुद्दीन बहरामशाह ( 1240 – 1242 ई. तक )

 (vii) अलाउद्दीन मसूदशाह ( 1242-1246 ई. तक )

 (viii) नासिरुद्दीन महमूद ( 1246 – 1266 ई. तक )

 (ix) बलबन ( 1266 – 1286 ई. तक )

 (x) कैकुबाद और कैमूर्स / क्यूमर्स ( 1286 – 1290 ई. तक )

बुगरा खाँ की सलाह पर कैकुबाद ने जलालुद्दीन फिरोज खिलजी को शासन संभालने के लिये दिल्ली बुलाया । कैकुबाद ने जलालुद्दीन को शाइस्ताखाँ की उपाधि दी, लेकिन जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने 1290 ई. में कैकुबाद को हटाकर बलबन के अन्य अधिकारी कैमूर्स को सुल्तान घोषित किया तथा कुछ माह बाद कैमूर्स की हत्या कर जलालुद्दीन ने खिलजी वंश की स्थापना की।

2. खिलजी वंश ( 1290-1320 ई. )

खिलजी वंश का संस्थापक जलालुद्दीन खिलजी था। इसको अमीर वर्ग, उलेमा वर्ग, जनता का समर्थन प्राप्त नहीं था।इसके कारण निम्नलिखित हैं-

  • खिलजी वंश की स्थापना के साथ सल्तनत में नस्लवादी प्रवृत्ति का अंत हुआ। तथा प्रशासन में वंश या कुल के स्थान पर योग्यता को आधार बनाया गया।
  • खिलजियों ने बिना किसी वर्ग के समर्थन के शक्ति के बल पर न केवल शासन की स्थापना की बल्कि बङे साम्राज्य का निर्माण किया।

खिलजी वंश के शासक –

(i) जलालुद्दीन खिलजी ( 1290 – 1298 ई. )

(ii) अलाउद्दीन खिलजी ( 1296 – 1316 ई. )

(iii) मुबारक शाह खिलजी (1316 – 1320 ई. )

(iv) नासिरूद्दीन खुसरो शाह ( अप्रैल – सितंबर 1320 ) – गाजी मलिक ( दीपालपुर का इक्तेदार ) के नेतृत्व में खुसरोशाह को मरवा दिया गया तथा तुगलक वंश की स्थापना की।

3. तुगलक वंश ( 1320 – 1325 ई. )

तुगलक वंश का संस्थापक  ग्यासुद्दीन तुगलक था।

तुगलक वंश के शासक –

(i) ग्यासुद्दीन तुगलक ( 1320 – 1325 ई. )

(ii) मुहम्मद बिन तुगलक ( 1325 – 1351 ई. )

(iii) फिरोजशाह तुगलक ( 1351 -1388 ई. ) – 1388 में इसकी मृत्यु के बाद तुगलक वंश का पतन हो गया और उसका पौता तुगलकशाह ग्यासुद्दीन द्वितीय के नाम से शासक बना जिसके बाद अनेक कमजोर शासक हुये। जो इस प्रकार हैं -अबूबक्र

  • मुहम्मदशाह
  • हुमायूं
  • अलाउद्दीन सिकंदर शाह
  • नासीरुद्दीन महमूद – यह अंतिम तुगलक शासक था।1413 ई. में नासीरुद्दीन महमूद की मृत्यु हो गई तथा कुछ महीनों के लिये दौलत खाँ नामक अफगान ने दिल्ली पर शासन किया जिसे खिज्रखाँ ने पराजित कर सैयद वंश की स्थापना की।

4. सैयद वंश (1414 – 1451 ई. ) –

खिज्रखाँ ने सैयद वंश की स्थापना की थी।

सैयद वंश के शासक –

(i) खिज्रखाँ ( 1414 – 1421 ई. )

(v) मुबारक शाह ( 1421 – 1434 ई. )

(vi) मुहम्मदशाह (1434 – 1445 ई. )

(vii) आलमशाह ( 1445 – 1451 ई.) – 1451 में आलमशाह ने बहलोल लोदी के पक्ष में सत्ता त्याग दी तथा स्वयं बदायूं (यू. पी.) चला गया।

5. लोदी वंश (1451 – 1526 ई. )-

लोदी वंश भारत का प्रथम अफगान वंश था। बहलोल लोदी ने इस वंश की स्थापना की थी।

लोदी वंश के शासक-

(i) बहलोल लोदी ( 1451 – 1489 ई. )

(ii) सिकंदर लोदी ( 1489 – 1517 ई. )

(iii) इब्राहीम लोदी ( 1517 – 1526 ई. )

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shubham yadav

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