अनुक्रम (Contents)
अन्तर-पीढी संघर्ष के कारण (Causes of Inter-generation Confilict)
अन्तर-पीढ़ी संघर्ष के कारण निम्नलिखित हैं –
1. युवाओं की बढ़ती शक्ति (Increasing Power of Youth)
वर्तमान समय में युवाओं की बढ़ती शक्ति भी अन्तर-पीढ़ी संघर्ष का एक महत्वपूर्ण कारण है।
2. सामाजिक कुप्रथायें (Social Evils)
अन्तर-पीढ़ी संघर्ष के लिए समाजिक कुप्रथायें भी कुछ हद तक जिम्मेदार हैं। पुरानी पीढ़ी चल रही कुप्रथाओं से बंधी रहना चाहती है।
3. मनोवैज्ञानिक कारण (Psychological Causes)
कोई भी व्यक्तिगत या सामाजिक घटना के पीछे कोई न कोई मनोवैज्ञानिक कारण अवश्य होता है। अतः इसके मनोवैज्ञानिक कारण भी हैं जिससे यह संर्घष निरन्तर बढ़ रहा है।
4. आधुनिक शिक्षा का प्रभाव (Impact of Modern Education)
आधुनिक शिक्षा के कारण स्त्रियों और पुरुषों के जीवन में काफी परिवर्तन आया है। स्त्रियों को रोजगार के नये आयाम प्राप्त हुए हैं।
अन्तर-पीढ़ी संघर्ष को दूर करने के उपाय
अन्तर-पीढ़ी संघर्ष को दूर करने के उपाय निम्नलिखित हैं-
1. नवीन आदर्श-नियमों, मूल्यों तथा अभिव्यक्तियों को नयी पीढ़ी में समाहित किया जाना चाहिए। चूँकि आज भी भारत में पुरानी पीढ़ी के आदर्शों, नियमों, मूल्यों एवं अभिव्यक्तियों के प्रति आस्था पायी जाती है। अतः नई एवं पुरानी पीढ़ी के बीच सहयोग उत्पन्न किया जाये।
2. नवीन आदर्श मूल्यों और आदर्श नियमों को प्राचीन पीढ़ी के सहयोग से नवीन पीढ़ी में समाहित किया जाना चाहिए जिससे नवीन पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी में संघर्ष के स्थान पर सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
3. नयी पीढ़ी का सामाजीकरण इस प्रकार से किया जाए कि वे समानता एवं राष्ट्रीय विकास के मूल्यों के प्रति आस्था को रख सकें। इससे दोनों पीढ़ियों में संघर्ष के स्थान पर एकता का भाव उत्पन्न होगा।
4. नवीन पीढ़ी के लोगों का इस प्रकार से सामाजीकरण करने का प्रयास किया जाये तथा उनके व्यक्तित्व में समानता और प्राचीन मूल्यों के प्रति आस्था के साथ परिवर्तन करने की चेष्टा पर विचार किया जाये जिससे दोनों पीढ़ियों के बीच तालमेल हो सके और संघर्ष न हो।
इसी भी पढ़ें…
- भारत में घरेलू हिंसा की स्थिति क्या है ?
- घरेलू हिंसा के प्रमुख कारण | घरेलू हिंसा रोकने के सुझाव
- अन्तर पीढ़ी संघर्ष की अवधारणा
- संघर्ष का अर्थ एवं परिभाषा, विशेषताएँ या प्रकृति
- जातीय संघर्ष- कारण, दुष्परिणाम तथा दूर करने का सुझाव
- तलाक या विवाह-विच्छेद पर निबन्ध | Essay on Divorce in Hindi
- दहेज प्रथा पर निबंध | Essay on Dowry System in Hindi
- अपराध की अवधारणा | अपराध की अवधारणा वैधानिक दृष्टि | अपराध की अवधारणा सामाजिक दृष्टि
- अपराध के प्रमुख सिद्धान्त | Apradh ke Siddhant
इसी भी पढ़ें…