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डाकघर द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रमुख बैंकिंग सेवाएँ
डाकघर द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रमुख बैंकिंग सेवाएँ इस प्रकार हैं-
(1) डाकघर बचत खाता
इन बैंकों की स्थापना सन् 1882 में हुई थी और तब से ये बराबर प्रगति कर रहे हैं। हमारे देश के सभी पोस्ट-ऑफिसों, सब-पोस्ट ऑफिसों तथा अधिकांश ब्राँच ऑफिसों में इस समय बचत बैंक हैं।
इनका उद्देश्य- बचत बैंक के निम्न उद्देश्य हैं-(i) गरीब व व मध्यम वर्ग के लोगों में मितव्ययिता की भावना जागृत करना, (ii) मुद्रास्फीति पर नियन्त्रण रखना, (iii) जनता की बचत धनराशि को सुरक्षित रखना, (iv) छोटी-छोटी बचतों को एकत्र करके विशाल पूँजी का रूप देना जिनका राष्ट्रीय हित में प्रयोग किया जा सके, (v) वृद्धावस्था के लिए अर्थ की पूर्ति करना।
(2) डाकघर संचयी बचत योजना (Post Office Cumulative Time Deposit Scheme)
यह योजना सन् 1956 में भारत सरकार द्वारा चालू की गई है। इस योजना के अधीन किसी भी डाकखाने में जो बचत बैंक का कार्य करता है, मासिक आय में से रुपया बचाकर जमा किया जा सकता है। 5 या 10 वर्ष बाद जमा किया गया रुपया निकाला जा सकता है। 5, 10. 25,50, 100 तथा 200 रुपये तक एक बार में इस योजना के अन्तर्गत डाकघर में जमा किये जा सकते है।
(3) डाकघर सावधि जमा योजना (Fixed Deposit)
यह योजना 16 मार्च, सन् 1970 से ऐसे व्यक्तियों के लिए चालू की गयी है जो या तो कर नहीं देते या कम दरों के कर देते हैं। सावधि जमा की रकमें बचत बैंक का कार्य करने वाले किसी भी डाकघर में 50 रुपये के गुणांकों में एक, दो, तीन या पाँच वर्षीय खाते में किसी में जमा की जा सकती है। इन चारों श्रेणियों की जमा राशियों पर वार्षिक रूप में अलग दरों पर ब्याज दिया जाता है।
(4) राष्ट्रीय बचत पत्र (National Saving Certificates )
ये बचत पत्र 10, 100, 1,000 और 5,000 रुपये के मूल्य वर्गों में बेचे जाते हैं। ये बचत पत्र उन लोगों में अधिक प्रिय हैं, जो अपनी बचत को कम नहीं करना चाहते, परन्तु एक निश्चित अवधि के बाद समुचित आय प्राप्त करना चाहते हैं।
(5) डाकघर की जीवन बीमा योजना
डाकघर अपने तथा अन्य कर्मचारियों को जीवन बीमा निगम की सुविधा देता है। बीमा किश्त वेतन में से काट ली जाती है। इसकी किश्त भी अपेक्षाकृत कम होती है। सरकारी कर्मचारियों के लिये यह उत्तम योजना है।
(6) राष्ट्रीय ग्रामीण विकास बॉण्ड्स
केन्द्रीय सरकार द्वारा 9 जुलाई, सन् 1979 को राष्ट्रीय ग्रामीण विकास बॉण्ड्स निर्गमित किये गये हैं। इन पर ब्याज की दर 7.5 प्रतिशत है। इन बॉण्डों में व्यापारिक बैंक रुपया नहीं लगा सकते और न ही इनकी जमानत पर ऋण दे सकते हैं।
(7) 15 वर्षीय लोक भविष्य निधि खाता
प्रत्येक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 रुपये और अधिक से अधिक 70,000 रुपये एकमुश्त या किश्तों में इस खाते में जमा किये जा सकते हैं। यह राशि आयकर से मुक्त होती है। इस पर 8% प्रतिवर्ष ब्याज दिया जाता है।
(8) सामाजिक सुरक्षा पत्र
ये पत्र अल्प बचतकर्ताओं के लिए “है। इस योजना के अन्तर्गत 18 वर्ष और 45 वर्ष के बीच की आयु वाले व्यक्ति 5,000 रुपये तक की पूँजी लगा सकते हैं जो 10 वर्षों में तीन गुनी हो जायेगी। इस सुरक्षा पत्र से निवेशकर्त्ता के परिवार को सामाजिक सुरक्षा भी प्राप्त होगी। निवेशकर्त्ता की मृत्यु हो जाने पर उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति को अथवा उसके कानूनी अधिकारी को सुरक्षा पत्र पूर्ण परिपक्वता मूल्य को प्राप्त करने को तत्काल अधिकार प्राप्त हो जायेगा।
(9) पूँजी निवेश बॉण्ड
इनको निर्गमित करने का उद्देश्य सरकारी क्षेत्रों में निवेश के लिए निजी बचतों का अधिक मात्रा में आकर्षित करना है। इन बॉण्डों की परिपक्वता अवधि 10 वर्ष होगी। इन पर 7% वार्षिक की दर से ब्याज दिया जायेगा जो आय से मुक्त होगा।
(10) किसान विकास पत्र
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों की बचत की राशि को संग्रह करने के लिए 1 अप्रैल, सन् 1988 से चालू की गई है। किसान विकास पत्र 1,000 रुपये, 10,000 रुपये तथा 15,000 रुपये मूल्य के होते हैं। इन्हें किसी भी डाकघर से खरीदा जा सकता है। ढाई वर्ष बाद इन्हें भुनाया भी जा सकता है परन्तु इस स्थिति में ब्याज कम मिलेगा।
(11) अन्य योजना
उपरोक्त योजनाओं के अतिरिक्त सरकार ने अन्य अनेक बचत योजनाएँ भी चालू कर रखी हैं, इकाई प्रन्यास, सरकारी प्रतिभूतियाँ, बचत टिकट योजना, समूह बीमा, उपहार कूपन योजना इत्यादि।
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