भूगोल / Geography

ध्वनि प्रदूषण – स्रोत, कारण, रोकने के लिए नियंत्रण के उपाय, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून

ध्वनि प्रदूषण – स्रोत, कारण, रोकने के लिए नियंत्रण के उपाय, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून

ध्वनि प्रदूषण

ध्वनि प्रदूषण – “विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न ध्वनि का मानव की सहनीय सीमा से अधिक तथा असहज होना ही ध्वनि प्रदूषण है।” विश्व स्वास्थ्य सेवा संगठन के अनुसार अवांछित और अप्रिय आवाज ही शोर है। ध्वनि तरंगें जब वायु में चलती हैं तो प्रत्येक गैस के कण आगे-पीछे हिलने लगते हैं। इस प्रकार ऊर्जा का बहाव एक अणु से दूसरे अणु के मध्य होता रहता है। ऊर्जा प्रवाह को ध्वनि तरंग की तीव्रता कहा जाता है, इसे नापा जा सकता है।

ध्वनि प्रदूषण - स्रोत, कारण, रोकने के लिए नियंत्रण के उपाय, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून

ध्वनि प्रदूषण – स्रोत, कारण, रोकने के लिए नियंत्रण के उपाय, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून

5 डेसीबल की ध्वनि मन्द होती है। साधारण वार्तालाप की ध्वनि 60 डेसीबल आंकी गयी है।
कुछ स्रोतों से उत्पन्न ध्वनि तीव्रता को निम्नानुसार प्रदर्शित किया गया है-

क्र० सं०

स्रोत

ध्वनि शक्ति

डेसीबल में

1. सुनने की शुरुआत क्षीणतम ध्वनि 00
2. सामान्य सांस, पत्तियों की सरसराहट 10
3. दीवार घड़ी की टिक-टिक 30
4. सामान्य ट्रैफिक 70
5. जेट विमान 140
6. रॉकेट इंजन 180-195

ध्वनि प्रदूषण के स्रोत-

ध्वनि प्रदूषण के निम्न दो स्रोत हैं-

1. प्राकृतिक स्रोत-

इन स्रोतों के अन्तर्गत बादलों की गरज, बिजली की कड़क, तीव्र हवाएं, हरीकेन, झंझावत, तड़ित झंझा, टारनेडो, उच्च जल प्रपात, ज्वालामुखी, भूकम्प, उच्च तीव्रता वाली वर्षा, सागरीय तरंगें आदि हैं।

2. मानवीय स्रोत-

मानवीय स्रोत अधिक हानिकारक हैं। यातायात वाहन ध्वनि प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं। स्कूटर, रेल, हवाई जहाज जिनसे 80 से 140 डेसीबल तक की ध्वनि उत्पन्न होती है। मनोरंजन स्थलों में रॉक संगीत पॉप संगीत ध्वनि प्रदूषण बढ़ाने में अग्रणी होते जा रहे हैं शिक्षण संस्थाओं में होने वाले चुनाव, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कारण भी ध्वनि प्रदूषण होता है। घरों में कपड़े धोने की मशीन, मसाले पीसने की मशीन, जनरेटर चलाने से ध्वनि प्रदूषण होता है। आयोजन-उत्सव स्थलों में तेज संगीत बजाने, उत्सवों में पटाखे जलाने, कारखानों में विभिन्न प्रकार की मशीन चलाने, वायुयान, जेट विमान ध्वनि प्रदूषण के लिए
अधिक जिम्मेदार माने गये हैं।

ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव-

मानव मात्र पर ध्वनि प्रदूषण के निम्न प्रभाव पड़ते हैं-

1. ध्वनि प्रदूषण के कारण निद्रा में व्यवधान, चिड़चिड़ापन, बहरापन, श्रवण शक्ति का क्षीण होना, आचार व्यवहार सम्बन्धी परिवर्तन एवं कार्यक्षमता का हास होता है।
2. हृदय रोग, चिड़चिड़ापन बढ़ना थकान महसूस करना ।
3. अधिक ध्वनि प्रदूषण गर्भस्थ शिशु की मृत्यु का कारण बन सकता है।
4. शोर का प्रभाव मस्तिष्क पर तो पड़ता ही है साथ ही इससे उच्च रक्त चाप तथा हृदय की बिमारियां भी होती हैं।

ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण-

ध्वनि प्रदूषण के दुष्परिणामों से बचने के लिए निम्न उपाय किए जाने आवश्यक हैं-

1. कारखानों की दीवारें ध्वनि रोधक बनायी जाएं, मशीनों में साइलेंसर लगाये जाएं।
2. यातायात कानून द्वारा शोर करने वाले वाहनों को पूर्णतः प्रतिबन्धित किया जाना चाहिए।
3. रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों को बस्तियों से दूर निर्मित किया जाना चाहिए।
4. सड़कों के किनारे हरे-भरे पेड़ लगाने चाहिए, ये ध्वनि का सोख लेते हैं।
5. ध्वनि प्रदूषण के दुष्परिणामों के बारे में जन सामान्य को बताना चाहिए, उन्हे इसके निवारण की शिक्षा दी जानी चाहिए।

हमारे देश में ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए दिसम्बर 1989 में पर्यावरण संरक्षण नियमावली ध्वनि के सम्बन्ध में पर्याप्त मानक निहित करने के लिए संशोधित की गई थी दुर्भाग्य है कि नियमावलियों तथा कानूनों का पालन नहीं हो पा रहा है।

भूमि प्रदूषण- स्रोत, कारण, रोकने के लिए नियंत्रण के उपाय

वायू प्रदूषण- स्रोत, कारण, रोकने के लिए नियंत्रण के उपाय, वायु प्रदूषण नियंत्रण कानून

जल प्रदूषण,कारण, प्रभाव और नियंत्रण के उपाय 

इसी भी पढ़ें…

दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है या ebook की आपको आवश्यकता है तो आप निचे comment कर सकते है. आपको किसी परीक्षा की जानकारी चाहिए या किसी भी प्रकार का हेल्प चाहिए तो आप comment कर सकते है. हमारा post अगर आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करे और उनकी सहायता करे.

You May Also Like This

अगर आप इसको शेयर करना चाहते हैं |आप इसे Facebook, WhatsApp पर शेयर कर सकते हैं | दोस्तों आपको हम 100 % सिलेक्शन की जानकारी प्रतिदिन देते रहेंगे | और नौकरी से जुड़ी विभिन्न परीक्षाओं की नोट्स प्रोवाइड कराते रहेंगे |

Disclaimer:currentshub.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है ,तथा इस पर Books/Notes/PDF/and All Material का मालिक नही है, न ही बनाया न ही स्कैन किया है |हम सिर्फ Internet पर पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है| यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे- currentshub@gmail.com

About the author

shubham yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

Leave a Comment