अनुक्रम (Contents)
लॉर्ड कैनिंग, 1856-1862 (Lord Canning, 1856-1862) आधुनिक भारत (MODERN INDIA)
लॉर्ड कैनिंग के सुधार कार्य Lord Canning,– दोस्तों आज CurrentsHub.Com आपके लिये लॉर्ड कैनिंग, लॉर्ड कैनिंग के सुधार कार्य (Lord Canning, 1856-1862) जो छात्र संघ एवं राज्य सेवा आयोग (UPSC & State PCS) की तैयारी कर रहे है, उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा.
लॉर्ड कैनिंग के सुधार कार्य 1856-1862 (Lord Canning)
लॉर्ड कैनिंग के समय की सबसे महत्वपूर्ण घटना जो 1857 का विप्लव था, 1858 तक पूर्णतया दबा दिया गया था| विद्रोह के प्रभाव में से एक प्रभाव यह हुआ कि ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त कर दिया गया तथा भारत सरकार का उत्तरदायित्व अंग्रेज इंग्लैंड के सम्राट या सम्राज्ञी ने अपने हाथों में ले लिया| इस प्रकार लॉर्ड कैनिंग कंपनी का अंतिम गवर्नर जनरल के टाटा क्राउन (ताज) या सम्राट के अधीन प्रथम वायसराय था|
1- सेना का पुनर्गठन
1857 के विप्लव से पूर्व भारत में अंग्रेजी सेना दो भागों में विभाजित थी एक कंपनी की रेजीमेंट कहलाती थी जिसमें समस्त सैनिक भारतीय थे, किंतु अफसर अंग्रेज थे| दूसरा क्वीन रेजीमेंट कहलाती थी, जिसमें समस्त सैनिक एवं अफसर अंग्रेज थे| क्वीन रेजीमेंट के सैनिकों को कंपनी रेजीमेंट की तुलना में अधिक वेतन और अन्य सुविधाएं भी अधिक प्राप्त थी| विद्रोह समाप्ति के पश्चात ट्रेनिंग में सेना के इस विभाजन को समाप्त कर दिया| फ्री रेजीमेंट के सैनिकों ने इस निर्णय पर विरोध किया, इस पर कैनिंग ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो सैनिक में संगठन में रहने के इच्छुक नहीं है वह वापस इंग्लैंड जा सकते हैं| कैनिंग ने सेना को एक कर दिया इसके बाद उसने कुछ सैनिक टुकड़ियों में पूर्ण रूप से अंग्रेज सैनिकों को रखा और कुछ में पूर्ण रूप से भारतीय सैनिकों को रखा| भारतीय सैनिकों के टुकड़ों में राजपूतों, मराठों, सिक्खों, गोरखाओ आज की भी अलग-अलग टुकड़िया बना बनाई गई| अर्थात भारतीय सैनिक की टुकड़ियों का गठन जातिगत आधार पर किया गया| भारतीय सैनिक के दस्तों या टुकड़ियों की अपेक्षा अंग्रेज सैनिक के दस्तों को वेतन अधिकार, सुविधाएं, एवं पेंशन आदि अधिक देना तय किया गया परिणाम स्वरूप भारतीयों एवं अंग्रेजों के बीच एक गहरी खायी तैयार हो गई|
2- प्रशासनिक विकेंद्रीयकरण
लॉर्ड कैनिंग के शासनकाल में 1861 में ‘इंडियन काउंसिल एक्ट’ पारित किया गया| इस अधिनियम के द्वारा प्रांतों को कानून बनाने के संबंध में कुछ अधिकार दिए गए वायसराय को अपने काउंसिल के सदस्यों में कार्य विभाजित करने का अधिकार दिया गया| इस अधिनियम से पूर्व समस्त शासन एक ही कील पर घूमता था किंतु अब शासन को अलग-अलग विभागों में बांटा गया तथा काउंसिल परिषद के प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग विभागों के लिए उत्तरदायी बना दिया गया| परिषद के सदस्य अपने विभागों से संबंधित मामलों पर अंतिम निर्णय ले सकते थे केवल नीति संबंधी मामले ही वायसराय के समक्ष प्रस्तुत किए जाते थे तथा मतभेद होने की स्थिति में मामला परिषद के समक्ष रखा जाता था| इस अधिनियम से शासन का विकेंद्रीकरण आरंभ हो गया था किंतु इस अधिनियम से वायसराय और उसकी कार्यकारिणी की शक्तियों में बहुत अधिक वृद्धि हो गई थी| एक प्रतिक्रियावादी यह कार्य किया गया कि इस अधिनियम द्वारा वायसराय को जरूरत पड़ने पर अध्यादेश जारी करने का अधिकार दे दिया गया| शासन के इस विकेंद्रीकरण के परिणाम स्वरूप भारतीयों को ब्रिटिश शासन से संबंध कर दिया गया परंतु वह कार्यकारिणी के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं कर सकते थे|
3-भूमि व्यवस्था में परिवर्तन
विप्लव के बाद कैनिंग ने ब्रिटिश सम्राट की सुरक्षा के लिए भारतीय कुलीन वर्ग, राजाओं, जमीदारों एवं तालुकदारो का समर्थन प्राप्त करने का निश्चय किया| भारतीय शासकों का समर्थन प्राप्त करने के लिए उसने आगरा एवं लाहौर में दरबार आयोजित किया और विप्लव काल में अंग्रेजों की सहायता करने वाले राजाओं को पुरस्कार दिये| अवध के तालुकदारो को अपने ताल्लुक में मुकदमे सुनने का अधिकार दिया गया ताकि वे अंग्रेज के समर्थक बने रहें| उसने बंगाल के जमींदारों को भी छोटे-छोटे मुकदमे तय करने का अधिकार दिया| इसी प्रकार की नीति पंजाब, मध्य प्रदेश, मध्य प्रांत, उत्तर प्रदेश, संयुक्त प्रांत, पश्चिमी प्रांत में भी लागू की गई| कैनिंग ने इस नीति से भारत के उच्च वर्गों का समर्थन प्राप्त कर लिया परंतु किसानों का शोषण आरंभ हो गया था| भारत में जमींदारों के अधिकारों पर प्रतिबंध लगाना अत्यंत ही कठिन कार्य था ऐसी स्थिति में 1859 में ‘बंगाल किराया अधिनियम’ स्वीकृत किया गया यह अधिनियम आगरा, अवध, बिहार और मध्य प्रांत में भी लागू किया गया| इस अधिनियम के अनुसार जिन किसानों का 12 वर्ष से किसी भूमि पर अधिकार था उन्हें उस भूमि का अधिकारी स्वीकार कर लिया गया था तथा किसानों द्वारा जमीदार को दी जाने वाली लगान की राशि भी निश्चित कर दी गई| इस निश्चित लगान में कानूनी अदालत की अनुमति के बिना वृद्धि नहीं की जा सकती थी| जिन किसानों के पास 1793 से भूमि थी उनका किराया किसी भी स्थिति में बढ़ाया नहीं जा सकता था| इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य किसानों को लगान वृद्धि से बचाना था| किंतु जमीदारों ने इसके नियमों को पालन नहीं किया जिससे किसानों का असंतोष बढ़ता गया| 1861 ईस्वी में बेयर्ड स्मिथ ने बंगाल की अस्थाई भूमि व्यवस्था को (स्थाई बंदोबस्त) सारे भारत में लागू करने का प्रस्ताव रखा| उस समय इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया किंतु लॉर्ड मेयो के समय में इस प्रस्ताव का विरोध किया गया तथा लॉर्ड रिपन के समय में इस प्रस्ताव को पूर्णता छोड़ दिया गया|
4- वित्तीय नीति
लॉर्ड कैनिंग की सरकार को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ा| इसका कारण यह था कि बहुत साधन 1857 के गदर के दमन में तथा कुछ धन समाज सुधार के कार्यों में खर्च हो गया था| उस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता थी- खर्च को कम करना तथा आय में वृद्धि करना था| अतः कैनिंग ने बहुत से फौजी दस्ते समाप्त कर दिए| इंग्लैंड का एक महान अर्थशास्त्री जॉन विल्सन 1859 में भारत आया परंतु भारत आगमन के 1 वर्ष से कम समय में उसकी मृत्यु हो गई उसके काम को सैमुअल लैंग ने जारी रखा अपनी मृत्यु से पूर्व विल्सन ने 3 नए करों को लगाने की सिफारिश की थी-
- आयकर
- व्यापार तथा विभिन्न पेशो पर लाइसेंस कर
- घरेलू तंबाकू पर चुंगी
आयकर का प्रस्ताव प्रयोग के रूप में स्वीकार कर लिया गया यह वार्षिक ₹500 से अधिक की आय पर 5 वर्षों के लिए 5% के हिसाब से लगाया गया| विल्सन ने 10% के हिसाब से एक जैसे आयात कर की स्थापना की? नमक पर कर लगाने जाने का सुझाव रखा गया विल्सन तथा लाइन के सुधारों का परिणाम यह हुआ कि कैनिंग जब भारत से रवाना होने लगे तब घाटे का बजट नहीं था|
5- अन्य सुधार कार्य
लॉर्ड कैनिंग ने न्याय एवं पुलिस विभाग में भी कई सुधार किये| इस समय कानूनों की संहिता बनाई गयी| लॉर्ड मेकाले द्वारा प्रस्तावित भारतीय दंड संहिता 1858 में कुछ आवश्यक परिवर्तनों के पश्चात कानून बन गया| उसने सार्वजनिक हित के भी कई कार्य किए उनके समय में अनेक सड़कों, रेलमार्गो एवं नहरों का निर्माण करवाया गया| शिक्षा संचालक के नियंत्रण में शिक्षा विभाग खोला गया तथा लंदन विश्वविद्यालय के नमूने पर कोलकाता मुंबई मद्रास में विश्वविद्यालय खोले गए\ 1861 में आगरा तथा अवध के उत्तर पश्चिम प्रांतों में तथा पंजाब एवं राजपूताना के कुछ भागों में एक अत्यंत भयंकर अकाल आरंभ हुआ जिससे जनसंख्या का लगभग 10% भाग समाप्त हो गया कैनिंग ने पीड़ितों की सहायता करने के लिए बहुत सा धन खर्च किया |1862 में कैनिंग स्वदेश लौट गए|
जरुर पढ़े…
कुतुबुद्दीन ऐबक Qutubuddin Aibak
फिरोजशाह तुगलक(1351 ई.-1388 ई.) – Firoz Shah Tughlaq History in Hindi
मोहम्मद बिन तुगलक (1325 ई.-1351 ई.) | Muhammad bin Tuglaq History in Hindi
गयासुद्दीन तुगलक (तुगलक वंश का संस्थापक) | Gayasuddin Tuglaq History in Hindi
अलाउद्दीन मसूदशाह Alauddin masudShah || History of masudShah
Bahramshah बहरामशाह का इतिहास || History of Bahramshah
Razia Sultan रजिया सुल्तान का इतिहास || History of Razia Sultan
सुल्तान रुकनुद्दीन फ़िरोज़ का इतिहास || History of ruknuddin firoz
इल्तुत्मिश का इतिहास | Iltutmish History PDF Download in Hindi
द्वितीय विश्व युद्ध क्यों हुआ था, इसके कारण व परिणामप्र
थम विश्व युद्ध के कारण,परिणाम,युद्ध का प्रभाव,प्रथम विश्व युद्ध और भारत
पुनर्जागरण का अर्थ और पुनर्जागरण के कारण
- मध्यकालीन भारत का इतिहास PDF में डाउनलोड करें प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए
- History of Modern India Handwritten Notes in Hindi by Raj Holkar
- चन्द्रगुप्त मौर्य का इतिहास व जीवनी Chandragupta Maurya History in Hindi
- भारत का आर्थिक इतिहास(Economic History of India)सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
- भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएं-पूरी जानकारी-प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए
- SBI Clerk Syllabus 2020 & Previous Year Question Papers PDF (2009-2019)
- Puja Samanya Hindi pdf (With Short Tricks) For All Competitive Exams PDF
- उपनिवेशों में प्रबोधन का प्रसार (Spread of Enlightenment in the colonies)
- द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध(Second Anglo-Maratha War) 1803-1806 ई.
- बाढ़ आपदा प्रबंधन-भारत में बाढ़-नियंत्रण हेतु किये गये उपाय
- Drishti IAS Geography(भूगोल) Printed Notes -Hindi Medium
- Drishti ( दृष्टि ) History Notes Free Download in Hindi
- भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था By Drishti ( दृष्टि ) Free Download In Hindi
दोस्तों Currentshub.com के माध्यम से आप सभी प्रतियोगी छात्र नित्य दिन Current Affairs Magazine, GK/GS Study Material और नए Sarkari Naukri की Syllabus की जानकारी आप इस Website से प्राप्त कर सकते है. आप सभी छात्रों से हमारी गुजारिश है की आप Daily Visit करे ताकि आप अपने आगामी Sarkari Exam की तैयारी और सरल तरीके से कर सके.
दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है या ebook की आपको आवश्यकता है तो आप निचे comment कर सकते है. आपको किसी परीक्षा की जानकारी चाहिए या किसी भी प्रकार का हेल्प चाहिए तो आप comment कर सकते है. हमारा post अगर आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करे और उनकी सहायता करे.
You May Also Like This
- ग्यासुद्दीन तुगलक: 1320-1325 ई. Ghyasuddin Tughlaq 1320-1325 AD.
- Magbook Indian History 2020 By Arihant Publication Pdf Download
- UPTET All Previous Papers and UPTET Study Material 2020
- रक्त की संरचना Structure of Blood in Hindi for Competitive Exam
- सम्पूर्ण राजस्थान इतिहास – Rajasthan History Notes in Hindi PDF Download
- Current Affairs Notes pdf by BY Drsthi Clear Vision PDF Download
- ईसाई धर्म का इतिहास, तथ्य, जानकारी | Christianity History in Hindi
- Annual Current Affairs 2019 Compilation pdf by Disha Publication
- HWB Stipendary Trainee Previous Year Question Papers & Model Papers PDF
- OP Tandon Organic Chemistry for Neet | Free PDF Download
- लोक प्रशासन : अर्थ और परिभाषा-लोक प्रशासन और नवीन लोकप्रशासन की समझ
- GK Hindi 2019-20 | सामान्य ज्ञान 2019-20 for SSC, Railway
- Natasa Stankovic Weight, Age, Boyfriend, Biography, Family and photos
- HWB Stipendary Trainee Previous Year Question Papers & Model Papers PDF
- EBalbharati Homepage : Download Practice Question Paper & Book PDF
- Air Hostess: 12वीं के बाद ऐसे बने एयर होस्टेस, जानिए कोर्स, फीस और ट्रेनिंग के बारे में
अगर आप इसको शेयर करना चाहते हैं |आप इसे Facebook, WhatsApp पर शेयर कर सकते हैं | दोस्तों आपको हम 100 % सिलेक्शन की जानकारी प्रतिदिन देते रहेंगे | और नौकरी से जुड़ी विभिन्न परीक्षाओं की नोट्स प्रोवाइड कराते रहेंगे |
Disclaimer: currentshub.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है ,तथा इस पर Books/Notes/PDF/and All Material का मालिक नही है, न ही बनाया न ही स्कैन किया है |हम सिर्फ Internet पर पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है| यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे- currentshub@gmail.com