बाल विकास की विभिन्न अवस्थाएँ | bal vikas ki vibhinn avastha–दोस्तों आज के इस आर्टिकल में बाल विकास की विभिन्न अवस्थाएँ | bal vikas ki vibhinn avastha, इत्यादि के बारे में विस्तार से बतायेंगे.
अनुक्रम (Contents)
Child Development Questions And Answers
- शैशवावस्था का काल जन्म से लेकर कितना होता है – 5 या 6 वर्ष तक
- “मनुष्य को जो कुछ भी बनना होता है वह प्रारम्भ के चार-पाँच वर्षो में बन जाता है” कथन है- फ्रायड
- “बीसवीं शताब्दी को बालक की शताब्दी माना जाता है” कथन है – क्रो एण्ड क्रो
- “शैशवावस्था सीखने का आदर्श काल है” कथन है – वैलेंटाइन
- “शैशवावस्था द्वारा जीवन का पूरा क्रम निश्चित हो जाता है” कथन है – एडलर
- “वह सत्य और असत्य में भेद नहीं कर सकता है लेकिन इस काल में कल्पना की सजीवता पायी जाती है” कथन है – कुप्पूस्वामी
- बालक प्रथम छः वर्षो में,बाद के 12 वर्षो का दूना सीख लेता है कथन है – गेसेल
- “5 वर्ष तक की अवस्था शरीर और मस्तिष्क के लिए बड़ी ग्रहणशील रहती है” कथन है – न्यूमैन
- शैशवावस्था में काम प्रवृत्ति कितनी होती है – प्रबल होती है
- शैशवावस्था में बालक का भार का बालिका से कितना होता है – अधिक होता है
- बाल्यावस्था का काल कितना है – 6 वर्ष से 12 वर्ष तक
- बाल्यावस्था को मिथ्या परिपक्वता का काल कहा है – जे0 एस0 रॉस
- “बाल्यावस्था,जीवन का अनोखा काल है” कथन है – कॉल व ब्रूस
- “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है” कथन है – अरस्तु
- रॉस ने बाल्यावस्था की सबसे प्रमुख विशेषता क्या बताई है – शारीरिक और मानसिक स्थिरता
- बाल्यावस्था में किसकी प्रबलता पायी जाती है – जिज्ञासा की
- बाल्यावस्था में किस प्रकार की काम भावना पायी जाती है – निर्बल
- बाल्यावस्था को किन-किन नामों से जाना जाता है – जीवन का अनोखा काल,निर्माणकारी
- काल,प्राथमिक विद्द्यालय की आयु,स्फूर्ति आयु,गन्दी अवस्था और समूह आयु
- किशोरावस्था का काल है – 12 से 18 वर्ष तक
- “किशोरावस्था को बड़े संघर्ष,तूफ़ान तथा विरोध की अवस्था कहा है” – स्टेनले हॉल
- “किशोरावस्था,शैशवावस्था की पुनरावृत्ति है” कथन है – रॉस
- “किशोरावस्था जीवन का सबसे कठिन काल है” कथन है – किलपैट्रिक
- किशोरावस्था के कितने सिद्धांत है – दो
- किस अवस्था में बुध्दि का विकास लगभग पूर्ण हो जाता है – किशोरावस्था में
- मानसिक स्वतंत्रता एवं विद्रोह की भावना किस अवस्था में प्रबल होती है – किशोरावस्था में
- अपराधिक प्रवृत्ति का सबसे अधिक विकास किस अवस्था में होता है – किशोरावस्था में
बाल विकास की विभिन्न अवस्थाएँ | bal vikas ki vibhinn avastha
विकास की अवस्थाएँ
शैक्षणिक दृष्टिकोण से विकास की अवस्थाओं में निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया गया है।
1. शैशवावस्था :- जन्म से लेकर 5 से 6 वर्ष तक
2. बाल्यावस्था :- 5 से 6 वर्ष से 12 वर्ष तक
- (1) पूर्व बाल्यावस्था:- 6 से 9 वर्ष तक
- (2) उत्तर बाल्यावस्था :- 10 से 12 वर्ष तक
3. किशोरावस्था:- 13 से 18 वर्ष तक
- (1) पूर्व किशोरावस्था :- 13 से 16 वर्ष तक
(2) उत्तर किशोरावस्था :- 16 से 18 वर्ष तक
4. प्रौढ अवस्था:- 18 से अधिक
शैशवावस्था का अर्थ एवं परिभाषाएं,विशेषताएं,शैशवावस्था में शिक्षा
बाल्यावस्था का अर्थ एवं परिभाषाएं,विशेषताएं,बाल्यावस्था में शिक्षा
किशोरावस्था का अर्थ एवं परिभाषाएं,विशेषताएं,समस्याएं,किशोरावस्था में शिक्षा
अधिगम का अर्थ एवं परिभाषा,अधिगम के नियम, प्रमुख सिद्धान्त एवं शैक्षिक महत्व
इसी भी पढ़ें…
(1) प्रयास एवं त्रुटी का सिद्धांत
(2) प्रयत्न एवं भूल का सिद्धांत
(3) आवृत्ति (बार-बार) का सिद्धांत
(4) उद्दीपक (Stimulus) अनुक्रिया (Respones) का सिद्धांत
(5) S-RBond का सिद्धांत
(6) सम्बन्धवाद का सिद्धांत
(7) अधिगम का बन्ध सिद्धांत
पुनर्बलन का सिद्धांत/ हल का सिद्धांत
- प्रबलन का सिद्धांत
- अर्तनोद न्यूनता का सिद्धांत
- सबलीकरण का सिद्धांत
- यथार्थ अधिगम का सिद्धांत
- सतत अधिगम का सिद्धांत
- क्रमबद्ध अधिगम का सिद्धांत
- चालक न्यूनता का सिद्धांत
बान्डुरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत
क्रिया-प्रसुत का अधिगम् सिद्धांत
1. R.S. का सिद्धांत
2. सक्रिय अनुबंधन का सिद्धांत
3. व्यवहारिक सिद्धांत
4. नेमेन्तिकवाद का सिद्धांत
5. कार्यात्मक प्रतिबधता का सिद्धांत
पावलव का अनुकूलित अनुक्रिया सिद्धांत
1. शरीर शास्त्री का सिद्धांत
2. शास्त्रीय अनुसंधन सिद्धांत
3. क्लासिकल सिद्धांत/क्लासिकल अनुबंधन
4. अनुबंधित अनुक्रिया का सिद्धांत
5. सम्बन्ध प्रतिक्रिया का सम्बन्ध
6. अनुकूलित अनुक्रिया का सिद्धांत
7. अस्वभाविक अनुक्रिया का सिद्धांत
कोहलर का अर्न्तदृष्टि या सूझ का सिद्धांत
- गेस्टाल्ट सिद्धांत
- समग्र सिद्धांत
- कोहलर का अर्न्तदृष्टि का सिद्धांत
- कोहलर का सूझ का सिद्धांत
- अन्तर्दृष्टि या सूझ का सिद्धांत
- कोहलर का सिद्धान्त
- अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त
- गेस्टाल्टवादियों का सिद्धान्त
जीन पियाजे का संज्ञानवादी सिद्धांत
इसी भी पढ़ें…
- शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ, परिभाषा ,क्षेत्र ,प्रकृति तथा उपयोगिता
- वैश्वीकरण क्या हैं? | वैश्वीकरण की परिभाषाएँ
- संस्कृति का अर्थ एवं परिभाषा देते हुए मूल्य और संस्कृति में सम्बन्ध प्रदर्शित कीजिए।
- वर्तमान शिक्षा प्रणाली में कम्प्यूटर के प्रयोग | कंप्यूटर के उपयोग
- समाजमिति क्या है? समाजमिति की परिभाषा,समाजमिति विधि के उपयोग
- UGC NET PAPER 1 SYLLABUS 2020 PDF IN HINDI
- UGC NET PAPER 1 SYLLABUS 2020 PDF IN ENGLISH
दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है या ebook की आपको आवश्यकता है तो आप निचे comment कर सकते है. आपको किसी परीक्षा की जानकारी चाहिए या किसी भी प्रकार का हेल्प चाहिए तो आप comment कर सकते है. हमारा post अगर आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करे और उनकी सहायता करे.