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10 Fact About Kohinoor Diamond
Kohinoor Diamond
hello दोस्तों आपसभी Kohinoor Diamond के बारे में अवश्य ही जानते होंगे |आपको पता ही होगा की इससे सम्बंधित प्रश्न परीक्षा में अवश्य ही पूछे जाते है | मैं आपलोगों को कोहिनूर से जुड़े 10 fACTS के बारे में बताऊंगा जो परीक्षा की दृष्टी से बहुत ही महत्वपूर्ण है |
10 Fact About Kohinoor Diamond
- विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरे को देश में वापस लाए जाने की मांग करने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से अप्रैल, 2016 को जवाब मांगा है |
- इसके साथ ही एक बार फिर कोहिनूर को ब्रिटेन से भारत लाने की मांग तेज हुई है |.
कोहिनूर की खोज
- माना जाता है कि 13 वीं सदी में दक्षिण भारतीय काकतीय वंश के दौर में इसे आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के हीरे के प्रसिद्ध कोलार की खान से खोजा गया था |
- उस समय इसका भार 793 कैरेट( 158.6 ग्राम) था |
दिल्ली सल्तनत
- खिलजी वंश के शासक अलाउद्दीन खिलजी के जनरल मलिक काफूर ने 1310 ईस्वी में काकतीय वंश की राजधानी वारंगल पर हमला कर लूटा था |
- वहां से वह कोहिनूर को दिल्ली लेकर आया |
- दिल्ली सल्तनत के विभिन्न शासकों के बाद यह मुगल वंश के नियंत्रण में आया |
- हुमायु के संस्मरण में इसका उल्लेख मिलता है |
- पांचवें मुगल शासक शाहजहां के मयूर सिंहासन में यह जड़ा गया था |
- औरंगजेब के दौर में इसे काटा गया | उसके बाद इसका भार घटकर 186 कैरेट (37.2 ग्राम ) रह गया|
नादिर शाह
- 1739 ईस्वी में फारस के शाह नादिरशाह (ईरान का नेपोलियन) ने दिल्ली पर आक्रमण किया |
- उसने कमजोर पड़ चुके मुगल साम्राज्य खजाने को लूटा |
- उसे अन्य महत्वपूर्ण सामग्री के साथ मयूर सिंहासन में कोहीनूर मिला |
- वह इसे साथ लेकर गया और वहीं इसे (कोहिनूर माउंटेन ऑफ लाइट) नाम मिला |
महाराजा रणजीत सिंह
- 1747ईस्वी में नादिर शाह की हत्या और उसके साम्राज्य के पतन के बाद ,उसके एक जनरल और अफगानिस्तान के अमीर अहमद शाह दुर्रानी के हाथ कोहिनूर लगा |
- उसका एक वंशज शुजा शाह दुर्रानी एक ब्रेसलेट में इसे धारण करता था |
- अपने दुश्मनों से घिरने के बाद शुजा शाह 1813ईस्वी में लाहौर आया |
- वहां महाराजा रणजीत सिंह से वह मिला |
- उनकी स्वागत के बदले में उसने रणजीत सिंह को दे दिया|
अंग्रेजों का कब्जा
- महाराजा रणजीत सिंह ने इसे जगन्नाथ पुरी को दान करने की इच्छा व्यक्त की थी |
- लेकिन 1839ईस्वी में उनकी मृत्यु होने के बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया ने उनकी इच्छा पूरी नहीं की थी |
* मार्च 1849 ईस्वी में द्वितीय आंग्ल सिख युद्ध के बाद पंजाब रियासत को ब्रिटिश भारत में शामिल कर लिया गया | - लाहौर संधि के अंतर्गत कोहिनूर को गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी ने ब्रिटिश साम्राज्ञी महारानी विक्टोरिया के पास भेज दिया था |
- 1852ईसवी में महारानी विक्टोरिया के पति प्रिंस अलबर्ट के आदेश पर इसे पुनः काटा गया |
- उसके बाद यह यही का रह गया |
- स्वतंत्रता के बाद भारत और पाकिस्तान इस पर अपना दावा करते हुए इसे इसे पुनः मांगते रहे है |
- अफगानिस्तान भी इस पर अपना दावा करता रहा है |
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