B.Ed./M.Ed.

शिक्षण एवं अनुबन्धन में अन्तर | Difference between Teaching and Conditioning in Hindi

शिक्षण एवं अनुबन्धन में अन्तर

शिक्षण एवं अनुबन्धन में अन्तर (Difference between Teaching and Conditioning)

शिक्षण एवं अनुबन्धन में अन्तर (Difference between Teaching and Conditioning in Hindi)- शिक्षण एवं अनुबन्धन में अन्तर निम्नलिखित है-

शिक्षण (Teaching) अनुबन्धन (Conditioning)
(1) शिक्षण का क्षेत्र विस्तृत है। (1) अनुबन्धन का क्षेत्र संकुचित है।
(2) इसका पाठ्यक्रम विस्तृत होता है। (2) इसका पाठ्यक्रम निश्चित होता है।
(3) शिक्षण का उद्देश्य क्षमताओं के साथ बौद्धिक विकास पर बल देना है। (3) अनुबन्धन का उद्देश्य व्यवहार में परिवर्तन लाना तथा आदतों को सीखना है।
(4) इसमें पुरस्कार के रूप में पनुर्बलन आवश्यक नहीं है। (4) इसमें पुनर्बलन की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
(5) इसमें मूल्यांकन के लिए गुणात्मक व मात्रात्मक तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। (5) यह मूल्यांकन व्यवहार तथा आदतों के निर्माण पर आधारित होता है।
(6) इसमें पढ़ाई गई विषय सामग्री की पुनरावृत्ति आवश्यक नहीं है। (6) इसमें वांछित व्यवहार तक पुनरावृत्ति आवश्यक है।
(7) इसमें अधिगम के लिए उद्दीपन प्रत्युत्तर सम्बन्ध आवश्यक नहीं है। (7) इसमें उद्दीपन-प्रत्युत्तर सम्बन्ध महत्वपूर्ण है।

इसी भी पढ़ें…

Disclaimer: currentshub.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है ,तथा इस पर Books/Notes/PDF/and All Material का मालिक नही है, न ही बनाया न ही स्कैन किया है। हम सिर्फ Internet और Book से पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है। यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे- currentshub@gmail.com

About the author

shubham yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

Leave a Comment