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Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान

स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान
स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान

Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान

Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान-Hello Students Currentshub.com पर आपका एक बार फिर से स्वागत है मुझे आशा है आप सभी अच्छे होंगे. दोस्तो जैसा की आप सभी जानते हैं की हम यहाँ रोजाना Study Material अपलोड करते हैं.आज हम ,Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान PDF लाये है जिसका  Download Button नीचे दिया गया है.दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद भारतवासियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए गांधी जी नेशनल इण्डियन कांग्रेस की स्थापना की। पहली बार सत्याग्रह के शस्त्र का प्रयोग किया और विजय भी पाई। इस प्रकार सन्‌ 1914-15 में गांधी जब दक्षिण अफ्रीका से वापिस भारत लौटे, तब तक इन विचारों और जीवन-व्यवहारों में आमूल-चूल परिवर्तन आ चुका था।

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स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान

वो महात्मा गांधी ही थे, जिन्होंने अकेले स्वतंत्रता संग्राम एक जन आंदोलन बनाया

संघी प्रोपगैंडा महात्मा गांधी पर लगातार हमला करता आया है। हालांकि आरएसएस ने खुद तो स्वतंत्रता संग्राम में योगदान नहीं दिया है, वो किसी भी गैर कांग्रेसी स्वतंत्रता सेनानी की विरासत को हथियाने के लिए उत्सुक रहते हैं – इस तरह के कम्युनिस्ट (और नास्तिक!) भगत सिंह, या समाजवादी बोस, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में , कांग्रेस के अधिकारियों के लिए हिंदू महासभा, मुस्लिम लीग या आरएसएस जैसे सांप्रदायिक संगठनों के साथ दोहरी सदस्यता प्रतिबंध लगा दिया था, आज संघ के हीरो बन गए हैं.

ऐसे सभी प्रोपगैंडा में, गांधी और नेहरू पर लगातार हमले किये जाते हैं, उनके योगदान को कमजोर करने का एक लगातार प्रयास रहता है।

इसलिए, चलिए एक बार फिर से देखें, गांधी हमारे लिए क्या किया है?

1915: गांधी भारत में पहुंचे। उन्होंने तुरंत देखा कि कांग्रेस केवल संभ्रांत शहरी भारतीयों के एक क्लब था, जो छोटे शहरों और गांवों में आम आदमी के साथ नहीं जुड़ सका था|

असहयोग आंदोलन
ब्रिटिश सरकार द्वारा निष्पक्ष व्यवहार ना होता देख 1920 में महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन शुरु किया। यह आंदोलन 1922 तक चला और सफल रहा। 

साइमन कमीशन
असहयोग आंदोलन के खत्म होने के तुरंत बाद भारत की सरकार में नया कमीशन बनाया गया जिसमें सुधारों में किसी भारतीय सदस्य को शामिल नहीं किया गया और ‘स्वराज’ की मांग को भी मानने का कोई इरादा नहीं था। लाला लाजपत राय के नेतृत्व में कई बड़े प्रदर्शन किए गए। 

नागरिक अवज्ञा आंदोलन
दिसंबर 1929 में नागरिक अवज्ञा आंदोलन शुरु किया गया, जिसका लक्ष्य ब्रिटिश सरकार को पूरी तरह अनदेखा करना और अवज्ञा करना था। इस आंदोलन के दौरान ही भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को गिरफ्तार कर फांसी दी गई। 

भारत छोड़ो आंदोलन
अगस्त 1942 में गांधीजी ने इस आंदोलन को शुरु किया। इसका लक्ष्य ब्रिटिश शासन से पूरी तरह आज़ादी हासिल करना था और यह ‘करो या मरो’ की स्थिति के रुप में सामने आया। तोड़फोड़ और हिंसक घटनाओं की कई वारदातें सामने आईं। अंत में सुभाष चंद्र बोस ब्रिटिश हिरासत से भाग गए और इंडियन नेशनल आर्मी का गठन किया। अगस्त 1947 में भारत को शासकों, क्रांतिकारियों और उस समय के नागरिकों की कड़ी मेहनत, त्याग और निस्वार्थता के बाद स्वतंत्रता हासिल हुई।

स्वतंत्रता संग्राम की समयरेखा

साल स्थान घटना नायक (स्वतंत्रता सेनानी)
1857 बरहमपुर 19वीं इन्फंट्री के सिपाहियों का राइफल अभ्यास से इंकार।  
1857 मेरठ सैनिक विद्रोह  
1857 अंबाला अंबाला में गिरफ्तारी  
1857 बेरकपोर मंगल पांडे का ब्रिटिश अधिकारियों पर हमला और बाद में मंगल पांडे को फांसी दे दी गयी थी. मंगल पांडे
1857 लखनउ लखनउ में 48वां विद्रोह  
1857 पेशावर मूल सेना का निरस्त्रीकरण  
1857 कानपुर दूसरी केवलरी का विद्रोह सतीचैरा घाट नरसंहार बीबीघर में महिलाओं और बच्चों का नरंसहार  
1857 दिल्ली बदली-की-सेराई की लड़ाई  
1857 झांसी रानी लक्ष्मीबाई का दत्तक पुत्र के हकों को नकारे जाने के प्रति विरोध प्रदर्शन और हमलावर सेनाओं से झांसी को बचाने का सफल प्रयास रानी लक्ष्मीबाई
1857 मेरठ सिपाहियों और भीड़ द्वारा 50 यूरोपियों की हत्या  
1857 कानपुर कानपुर की दूसरी लड़ाईः तात्या टोपे का कंपनी की सेना को हराना तात्या टोपे
1857 झेलम देसी सेना द्वारा ब्रिटिश विरोधी गदर  
1857 गुरदासपुर त्रिम्मू घाट की लड़ाई  
1858 कलकत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी का खात्मा  
1858 ग्वालियर ग्वालियर की लड़ाई जिसमें रानी लक्ष्मीबाई ने मराठा बागियों के साथ सिंधिया शासकों के कब्जे से ग्वालियर छुड़ाया रानी लक्ष्मीबाई
1858 झांसी रानी लक्ष्मीबाई की मौत रानी लक्ष्मीबाई
1859 शिवपुरी तात्या टोपे कब्जे में और उनकी हत्या तात्या टोपे
1876   महारानी विक्टोरिया भारत की साम्राज्ञी घोषित  
1885 बॉम्बे ए ओ हयूम द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन ए ओ हयूम
1898   लॉर्ड कर्जन वायसराय बने  
1905 सूरत स्वदेशी आंदोलन शुरु  
1905 बंगाल बंगाल का विभाजन  
1906 ढाका ऑल इंडिया मुस्लिम लीग का गठन आगा खान तृतीय
1908   30 अप्रेलः खुदीराम बोस को फांसी  
1908 मांडले राजद्रोह के आरोप में तिलक को छह साल की सजा बाल गंगाधर तिलक
1909   मिंटो-मार्ले सुधार या इंडियन काउंसिल एक्ट  
1911 दिल्ली दिल्ली दरबार आयोजित। बंगाल का विभाजन रद्द  
1912 दिल्ली नई दिल्ली भारत की नई राजधानी बना  
1912 दिल्ली लॉर्ड हार्डिंग की हत्या का दिल्ली साजिश मामला  
1914   सेन फ्रांसिसको में गदर पार्टी का गठन  
1914 कोलकाता कोमारगाता मारु घटना  
1915 मुंबई गोपाल कृष्ण गोखले की मौत  
1916 लखनउ लखनउ एक्ट पर हस्ताक्षर मोहम्मद अली जिन्ना
1916 पुणे तिलक द्वारा पुणे में पहली इंडियन होम रुल लीग का गठन बाल गंगाधर तिलक
1916 ंमद्रास एनी बेसेंट द्वारा होम रुल लीग का नेतृत्व एनी बेसेंट
1917 चंपारण महात्मा गांधी द्वारा बिहार में चंपारण आंदोलन शुरु महात्मा गांधी
1917   राज्य सचिव एडविन शमूएल मोंटेगू द्वारा मोंटेगू घोषणा  
1918 चंपारण चंपारण अगररिया कानून पास  
1918 खेड़ा खेड़ा सत्याग्रह  
1918   भारत में ट्रेड संघ आंदोलन शुरु  
1919 अमृतसर जलियावाला बाग नरसंहार  
1919   लंदन में इंपिरियल लेजिसलेटिव काउंसिल द्वारा ोलेट अधिनियम पास  
1919   खिलाफत आंदोलन शुरु  
1920   तिलक का कांग्रेस डेमोक्रेटिक पार्टी गठन  
1920   असहयोग आंदोलन शुरु महात्मा गांधी
1920   अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस शुरु नारायण मल्हार जोशी
1920 कलकत्ता गांधीजी द्वारा प्रस्ताव पारित जिसमें अंग्रेजों से भारत को अधिराज्य का दर्जा देने को कहा गया महात्मा गांधी
1921 मालाबार मोपलाह विद्रोह  
1922 चैरी चैरा चैरी चैरा घटना  
1922 इलाहबाद स्वराज पार्टी गठित सरदार वल्लभ भाई पटेल
1925      
1925 काकोरी काकोरी षडयंत्र रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान, चंद्रशेखर आजाद
1925 बारडोली बारडोली सत्याग्रह वल्लभ भाई पटेल
1928 बॉम्बे बॉम्बे में साइमन कमीशन आया और अखिल भारतीय हड़ताल हुई  
1928 लाहौर लाला लाजपत राय पर पुलिस की ज्यादती और जख्मों के चलते उनकी मौत लाला लाजपत राय
1928   नेहरु रिपोर्ट में भारत के नए डोमिनियन संविधान का प्रस्ताव मोतीलाल नेहरु
1929 लाहौर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन आयोजित पंडित जवाहरलाल नेहरु
1929 लाहौर कैदियों के लिए सुविधाओं की मांग करते हुए भूख हड़ताल करने पर स्वतंत्रता सेनानी जतिंद्रनाथ दास की मौत जतिंद्र नाथ दास
1929   ऑल पार्टी मुस्लिम कांफ्रेंस ने 14 सूत्र सुझाए मोहम्मद अली जिन्ना
1929 दिल्ली सेंट्रल लेजिसलेटिव असेंबली में बम फेंका जाना भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त
1929   भारतीय प्रतिनिधियों से मिलने राउंड टेबल कांफ्रेंस की लाॅर्ड इरविन की घोषणा  
1929 लाहौर जवाहरलाल नेहरु ने भारतीय ध्वज फहराया  
1930   भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज घोषित किया  
1930 साबरमति आश्रम दांडी मार्च के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरु महात्मा गांधी
1930 चिटगांव चिटगांव शस्त्रागार पर छापा सूर्य सेन
1930 लंदन साइमन कमीशन की रिपोर्ट पार विचार हेतु लंदन में पहली गोल मेज बैठक  
1931 लाहौर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु
1931   महात्मा गांधी और लाॅर्ड इरविन द्वारा गांधी इरविन पैक पर दस्तखत  
1931   दूसरी राउंड टेबल बैठक महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, मदन मोहन मालवीय, घनश्यामदास बिड़ला, मोहम्मद इकबाल, सर मिर्जा इस्माइल, उसके दत्ता, सर सैयद अली इमाम
1932   भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और उसकी सहयोगी संस्थाएं अवैध घोषित  
1932   बिना ट्रायल के गांधी विद्रोह के आरोप में गिरफ्तार महात्मा गांधी
1932   ब्रिटिश प्रधानमंत्री रामसे मैकडोनाल्ड ने भारतीय अल्पसंख्यकों के लिए अलग निर्वाचक मंडल बनाकर ‘सांप्रदायिक अवार्ड’ घोषित किया  
1932   गांधीजी ने अछूत जातियों की हालत में सुधार हेतु आमरण अनषन किया जो छह दिन चला महात्मा गांधी
1932 लंदन तीसरी राउंड टेबल कांफ्रेंस  
1933   अछूतों के कल्याण की ओर ध्यान की मांग पर गांधीजी ने उपवास किया महात्मा गांधी
1934   गांधीजी ने खुद को सक्रिय राजनीति से अलग किया और सकारात्मक कार्यक्रमों के लिए समर्पित किया महात्मा गांधी
1935   भारत सराकर अधिनियम 1935 पास  
1937   भारत सराकर अधिनियम 1935 के तहत भारत प्रांतीय चुनाव हुए  
1938 हरीपुरा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हरीपुरा अधिवेशन हुआ  
1938   सुभाष चंद्र बोस को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया सुभाष चंद्र बोस
1939 जबलपुर त्रिपुरी अधिवेशन हुआ  
1939   ब्रिटिश सरकार कह नीतियों के विरोध में कांग्रेस मंत्रियों का इस्तीफा। सुभाष चंद्र बोस ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया सुभाष चंद्र बोस
1939   कांग्रेस मंत्रियों के त्यागपत्र के जश्न में मुस्लिम लीग ने उद्धार दिवस मनाया मोहम्मद अली जिन्ना
1940   मुस्लिम लीग ने मुसलमानों के लिए अलग राज्य की मांग करते हुए लाहौर अधिवेशन  
1940   लाॅर्ड लिंलीथगो ने अगस्त आॅफर 1940 बनाया जिसमें भारतीयों को उनका संविधान बनाने का अधिकार दिया गया  
1940 वर्धा कांग्रेस कार्यकारिणी समिति ने अगस्त आॅफर ठुकराया और एकल सत्याग्रह शुरु किया  
1941   सुभाष चंद्र बोस ने भारत छोड़ा सुभाष चंद्र बोस
1942   भारत छोड़ो आंदोलन या अगस्त आंदोलन शुरु  
1942   चर्चिल ने क्रिप्स आंदोलन शुरु किया  
1942 बाॅम्बे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत छोड़ो प्रस्ताव शुरु किया  
1942   गांधीजी और कांग्रेस के अन्य बड़े नेता गिरफ्तार महात्मा गांधी
1942   आजाद हिंद फौज का गठन सुभाष चंद्र बोस
1943 पोर्ट ब्लेयर सेल्युलर जेल को भारत की अस्थाई सरकार का मुख्यालय घोषित किया गया  
1943   सुभाष चंद्र बोस ने भारत की अस्थाई सरकार के गठन की घोषणा की सुभाष चंद्र बोस
1943 कराची मुस्लिम लीग के कराची अधिवेशन में बांटो और राज करो नारा अपनाया गया  
1944 मोरेंग जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज के कर्नल शौकत मलिक ने इस क्षेत्र में अंग्रेजों को हराया कर्नल शौकत अली
1944 शिमला भारतीय राजनीतिक नेताओं और वायसराय आर्किबाल्ड वेवलीन के बीच शिमला सम्मेलन  
1946 दिल्ली केबिनेट मिशन प्लान पास  
1946 दिल्ली संविधान सभा का गठन  
1946   राॅयल इंडियन नेवी गदर  
1946 दिल्ली नई दिल्ली में केबिनेट मिशन का आगमन  
1946 लाहौर जवाहरलाल नेहरु ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला जवाहरलाल नेहरु
1946   भारत की अंतरिम सरकार बनी  
1946 दिल्ली भारत की संविधान सभा का पहला सम्मेलन  
1947   ब्रिटिश प्रधानमंत्री क्लेमेंट एटली ने ब्रिटिश भारत को ब्रिटिश सरकार का पूर्ण सहयोग देने की घोषणा की  
1947   लार्ड माउंटबेटन भारत के वायसराय नियुक्त और स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल बने  
1947   15 अगस्त 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के तहत भारत के भारत और पाकिस्तान में विभाजन हेतु माउंटबेटन प्लान बनाया गया

 

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shubham yadav

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