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शिक्षण के निहितार्थ क्या है ? Implications to Teaching in Hindi

शिक्षण के निहितार्थ क्या है ?
शिक्षण के निहितार्थ क्या है ?

शिक्षण के निहितार्थ क्या है ? Implications to Teaching in Hindi

शिक्षण के निहितार्थ – उचित निर्धारण के लिए यह आवश्यक है कि इसमें अधिगम प्रक्रिया को शामिल किया जाये ताकि शिक्षक व विद्यार्थी यह तय कर सके कि क्या अधिगम के उद्देश्य प्राप्त किए गये हैं। शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के निहितार्थ निम्नलिखित हैं-

1. शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाने के लिए यह आवश्यक होता है कि शिक्षक को निर्धारित करना होता है कि वे वास्तव में विद्यार्थियों को क्या समझाना चाहते है तभी वे उनके उचित शिक्षण करा सकते हैं।

2. शिक्षक को इस पर विचार करना आवश्यक होता है कि किसी विषय बिन्दु से विद्यार्थी को कैसे सम्बद्ध किया जाये। इसकी रूपरेखा क्या है।

3. शिक्षक को अधिगम एवं शिक्षण के सिद्धान्त ध्यान में रखना होता है।

4. शिक्षक का कार्य विभिन्न शिक्षण उपागमों एवं क्रियाओं से प्रयोग करना चाहिए तथा परिणामों पर दृष्टिपात करना चाहिए। इसके लिए टैस्ट लिए जाये तथा विद्यार्थी को ध्यानपूर्वक सुना जाये तथा अधिगम के विभिन्न पहलुओं सम्बन्धी सूचनाओं का मूल्यांकन करना होता है। इस कार्य में शिक्षक को सतत् रूप से यह विश्लेषण करना होता है कि विद्यार्थी किस प्रकार अधिगम करते हैं।

5. शिक्षक को सामने यह समस्या आती है कि वे विद्यार्थियों को अपने अधिगम का मूल्यांकन करने हेतु किस प्रकार प्रेरित करें। इसके लिए विद्यार्थियों को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के दौरान स्वयं को प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाता है।

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shubham yadav

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