भूगोल / Geography

वृहत संचलन (Mass Movement in Hindi ) PHYSICAL GEOGRAPHY

वृहत संचलन (Mass Movement in Hindi ) PHYSICAL GEOGRAPHY
वृहत संचलन (Mass Movement in Hindi ) PHYSICAL GEOGRAPHY

वृहत संचलन (Mass Movement)

वृहत संचलन-वे सभी प्रकार के संचलन (Movement) जिनमें शैलो का वृहद मलवा (Debris) – गुरुत्वाकर्षण के सीधे प्रभाव के कारणढाल के अनुरूप स्थानांतरित होता है – वृहत संचलन कहा जाता है.
•वृहत मलबे की संचलन की गति – मंद या तीव्र (Slow or Rapid) हो सकती है.

•बृहद संचलन के अंतर्गत विसर्पण (Creep), बहाव (Flow), स्खलन (Slide) एवं पतन (Fall) सम्मिलित होते हैं.

•बृहद संचलन में गुरुत्वाकर्षण शक्ति सहायक होती है – तथा कोई भी भू-आकृतिक कारक जैसे प्रवाहित जल, हिमानी, वायु, लहरें एवं धाराएं इसमें सीधे रुप से सम्मिलित नहीं होते. अर्थात बृहद संचलन- अपरदन के अंतर्गत नहीं आता.

•यद्यपि बृहद संचलन के लिए अपक्षय अनिवार्य नहीं है- परंतु यह इसे बढ़ावा देता है- बृहद संचलन अपक्षयित ढालों पर अनपक्षयित ढालों पर बहुत अधिक सक्रिय रहता है.
• तीव्र ढाल, मूसलाधार वर्षा, वनस्पति का अभाव, भ्रंश, छिछले संस्तर वाली शैले- बृहद संचलन में सहायक होते हैं.

वृहत संचलन के कारक (Factors)

वृहत संचालन प्रक्रिया के कई कारक होते हैं:
i. ऊपर के पदार्थों के टिकने के आधार का हटना (Removal of support from below to materials)
ii.ढालों की प्रवणता एवं ऊंचाई में वृद्धि (Increase in gradient and height of slope)
iv.पदार्थों के भराव के कारण उत्पन्न अति भार (Overloading through addition of materials)
ACA LUErication) FRINTHROAT
V.अत्यधिक वर्षा एवं ढाल के पदार्थों के स्नेहन (Lubrication) द्वारा उत्पन्न अधिभार
vi.भूकंप का आना
vii.विस्फोट या मशीनों का कंपन (Vibration)
झीलों, जलाशयों एवं नदियों से भारी मात्रा में जल निष्कासन से ढालों द्वारा जल का मंद गति से बहना.
viii. प्राकृतिक वनस्पति का अंधाधुंध विनाश

वृहत संचलन के प्रकार (Types of Mass movement)

वृहद संचलन को दो प्रमुख प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है:

मंद संचलन(Slow movement) 

  • मंद विरूपण (Creep)

तीव्र संचलन(Rapid Movement)

  • मृदा प्रवाह (Earth flow)
  • कीचड़ प्रवाह (Mud flow)
  • मलवा अवधाव (Avalanche)

 मंद संचलन (Slow Movement)

• इसमें संचलन इतना मंद- कि इसका आभास करना कठिन- दीर्घकालिक पर्यवेक्षण से ही इसका पता चलता है.

•इसमें सम्मिलित पदार्थ – मृदा एवं शैल का मलवा (Debris) हो सकता है.
•मंद विरूपण (Creep)- मंच संचालन का एक प्रकार है- जोकि मृदा से आच्छादित ढालों (slopes) पर घटित होता है.
• इसमें सम्मिलित पदार्थों के आधार पर कई तरह के मंद विरूपण हो सकते हैं. जैसे:

  1. मृदा मंद विरूपण (Soil Creep), ACADEMIC MANTRA
  2. टैलस मंद विरूपण (Talus creep),
  3. शैल- हिमानी विरूपण (Rock-Glacial creep)

मृदा विरूपण (Soilfluction)

  •  इसका संबंध ढाल के सहारे – मंद गति से प्रवाहित मृदा के अंबार – अथवा पानी से संतृप्त सूक्ष्म कण वाले शैल मलवा से होता है.
  • यह आमतौर पर परिहिमानीय एवं आर्द्र शीतोष्ण क्षेत्रों (Moist Temperate Areas) में होती है- जहां पर गहराई तक हिमकृत
  • मैदान (Deeply frozen ground) का सतही पिघलाव तथा – लंबी लगातार वर्षा होती है.
  • यहां जब ऊपरी भाग संतृप्त (Saturated) – एवं निम्न भाग जल के लिए अप्रवेश्य हो तो ऊपरी भागों में प्रवाह होता है.

तीव्र संचलन (Rapid Movement)

यह संचलन आर्द्र जलवायु प्रदेशों (Humid climatic region) में निम्न से लेकर तीव्र ढाला (Gentler to Steep slope) पर घटित होते हैं

तीव्र संचलन कई रुप में हो सकता है

  1. मृदा प्रवाह (Earth flow
  2. कीचड़ प्रवाह (Mud flow)
  3. मलवा अवधाव (Avalanche)

मृदा प्रवाह (Earth flow)

संतृप्त मिट्टी (Saturated Soil) या गादी धरातलीय पदार्थों (Silty earth Material) – निम्न अंशो उचाईयों (Low angle) वाली पहाड़ी ढाली के सहारे नीचे की ओर संचलन- मृदा प्रवाह कहलाता है.

कीचड़ प्रवाह (Mud flow)

वनस्पति आवरण के अभाव एवं भारी वर्षा के कारण- अपक्षयित पदार्थों के मोटे संस्तर (Thick layers) जल से संतृप्त हो जाते हैं – एवं धीरे-धीरे अथवा तीव्रता से निश्चित वाहिकाओं (Channels) के सहारे नीचे की ओर- जिससे यह एक घाटी के अंदर कीचड़ की नदी जैसी दिखाई -इसे कीचड़ प्रवाह कहा जाता है.
यह कीचड़ प्रवाह जब वाहिकाओं से बाहर निकल कर गिरिपद (Piedmont) या मैदान में आते हैं – वह सड़कों पुलों एवं मकानों को चपेट में ले लेते हैं – बहुत विध्वंसकारी सिद्ध
•कीचड़ प्रवाह सामान्यतः – सक्रिय या हाल में उद्घागरित ज्वालामुखी के ढालों के ऊपर घटित – जहां ज्वालामुखी राख, धूल एवं अन्य खंडित तत्व भारी वर्षा के कारण कीचड़ में परिवर्तित होकर कीचड़ की नदी के रूप में प्रवाहित – जिससे मानव अधिवासों (Human settlements) को काफी क्षति पहुंचती है

मलवा अवधाव (Avalanche)

  • आर्द प्रदेशों (Humid regions) की विशेषता
  • मलवा अवधाव – गति कीचड़ प्रवाह (Mud flow) से बहुत तीव्र – हिम अवधाव के समान यह तीव्र ढालों पर संकीर्ण पथ (Narrow Tracks) के रूप में घटित होता है.

इसी भे पढ़ें…

 

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shubham yadav

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