नील रतन सरकार का जीवन परिचय | Nilratan Sircar biography in hindi- प्रसिद्ध चिकित्सक सर नील रतन सरकार का जन्म 1881 में बंगाल के 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर के पास हुआ था। इन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय से एम.डी. की उपाधि ली गई व चिकित्सक के रूप में कार्यारंभ किया गया। बेहद दक्ष चिकित्सक होने के अलावा ये संवेदनशील शख्स भी थे। गरीबों का मुफ्त में उपचार करते, इनके लिए दवा व भोजन का भी प्रबंध करते।
नील रतन सरकार के प्रयास से 1916 में कोलकता में ‘कारमाइकेल मेडिकल कॉलेज’ की स्थापना हुई। सरकारी व्यवस्था के बाहर ये देश का पहला मेडिकल कॉलेज था। सरकार ने 1917 में इन्हें ‘सर’ की उपाधि से सम्मानित किया। ये 1919 से 1921 तक कोलकाता विश्वविद्यालय के उप कुलपति भी रहे। ये कई बार ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ के अध्यक्ष बने । ये 1912 से 1927 तक बंगाल परिषद के सदस्य भी रहे।
राष्ट्रीय विचारों के नील रतन सरकार 1890 से 1919 तक भारतीय राष्ट्रीय जात-पात के धुर विरोधी रहे। ये राष्ट्र की सर्वांगीण उन्नति चाहते थे। इनका कांग्रेस के सदस्य भी रहे थे। ब्रह्म समाजी विश्वासों के नील रतन छुआछूत और मानना था कि वृहद औद्योगीकरण से ही देश का भला हो सकता है। इन्होंने अपने धन द्वारा बंगाल में नई औद्योगिक संस्थाएं स्थापित करने में मदद की। 1943 में 62 वर्ष की उम्र में इनकी मृत्यु हुई।
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