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आखिर किस वजह से हिलती है हमारी धरती जानिए

Plate Tectonics informationआखिर किस वजह से हिलती है हमारी धरती जानिए

 Plate Tectonics के बारे में तब हम सुनते है जब भी भूकंप आते है या कोई प्राक्रतिक आपदा आती है जो हमारी धरती की मूवमेंट से जुडी होती है | अक्सर अख़बारों में या न्यूज़ में हमे इस बारे में कुछ न कुछ content मिल जाता है इसलिए हमारे मन में सवाल होता है कि आखिर यह Plate Tectonics क्या है और किस तरह से हमारी धरती की हलचल को प्रभावित करती है तो चलिए आज इसी बारे में बात करते है और जानते है हमारी धरती से जुडी कुछ बातें –

Plate Tectonics information in hindi

यह Plate Tectonics असल में एक वैज्ञानिक थ्योरी है जो हमारी धरती के तमाम हलचल या भौगोलिक परिवर्तन को दर्शाती है फिर चाहते वह परिवर्तन धरती के उस भाग पर हुए हो जो जमीन है गहरे समंदर में इसे हम टेक्टोनिक प्लेट्स के जरिये समझते है | इसके जरिये हम मानते है कि धरती की उपरी सतह जो है जिसकी मोटाई करीब 100 किलोमीटर तक है कुल 9 प्लेट्स में बंटी हुई है | इस परत को सम्मिलित रूप से lithosphere के नाम से जाना जाता है | इसकी अवधारणा 1950 के दशक से लेकर 1970 के दशक में विकसित हुई | इस से पहले इस तरह की हलचल को एक दूसरी थ्योरी  continental drift से समझा जाता था जो 1912 में एक वैज्ञानिक Alfred Wegener ने दी थी | हालाँकि Alfred Wegener यह ठीक से नहीं समझा पाए कि किस तरह से महाद्वीपीय हलचल होती है लेकिन आज के दौर में यह हम Plate Tectonics के जरिये समझ सकते है और हम यह भी कह सकते है कि Plate Tectonics थ्योरी जो है वह उसी थ्योरी एक नया संस्करण है |

कितनी तरह के प्लेट्स है –

इस थ्योरी के हिसाब से कुल नौ ऐसी मेजर प्लेट्स है जिन्हें North American, Pacific, Eurasian, African, Indo-Australian, Australian, Indian, South American और Antarctic के नाम से जाना जाता है जो जाहिर है कि जिस क्षेत्रीय हिसाब से उन्हें समझा गया है वही नाम उन्हें दे दिए गये है | सबसे बड़ी प्लेट के तौर पर Pacific Plate को जाना जाता है जिसका कुल एरिया 103,000,000 square kilometers है जिसका कुल एरिया जो है वो पानी के नीचे ही आता है | अगर इस प्लेट की हलचल की बात करें तो यह करीब 7 CM हर साल खिसक जाती है |

क्यों खिसकती है Plate –

असल में यह एक पेचीदा विषय है समझने के लिए लेकिन आसान शब्दों में समझे तो यह इस तरह होता है कि धरती की lithosphere यानि के उपरी परत के बाद mantle परत आती है जन्हा का Hot material बहता हुआ उपर की और ठंडी सतह की ओर उठता है जिसकी वजह से दबाव उसी तरह बनता है जैसे कि किसी बर्तन में पानी उबल रहा होता और उसके उपर हमने प्लेट रखी हो तो भाप निकलने के लिए जगह बनाने के लिए प्लेट थोड़ी खिसक कर वापिस उसी जगह आ जाती है | ठीक उसी तरह का machanism यंहा होता है जिसकी वजह से अकसर Plate Tectonics खिसक जाती है जिसकी वजह धरती और समंदर में हलचल होती है | इस अवधारणा को एक शोध से बल मिलता है जो 20 वी सदी में हुई थी जिसके मुताबिक पाया गया कि धरती की सतह जो है वो एक सिंगल पीस नहीं है जबकि वह अलग अलग tectonic plates से मिलकर बना है जिनपर हमारे अलग अलग महाद्वीप आते है इसी वजह से यह हर साल कुछ न कुछ खिसक जाते है और पर्वतों का निर्माण भी इन्ही tectonic plates के आपस में टकराने की वजह से लाखो साल पहले हुआ होगा |  एक शोध के मुताबिक 550 लाख साल पहले भारत और एशिया आपस में करीब आये होंगे जिसकी वजह से प्लेट्स के टकराव की वजह से Himalaya Mountains यानि के हिमालय पर्वत श्रृंखला बनी होगी | इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप National Geographic पर जाकर पढ़ सकते है |

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shubham yadav

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