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वैयक्तिक और सामूहिक बुद्धि परीक्षण में अन्तर
वैयक्तिक और सामूहिक बुद्धि परीक्षण में निम्नलिखित अन्तर पाये जाते हैं-
वैयक्तिक बुद्धि परीक्षण | सामूहिक बुद्धि परीक्षण |
1. इस परीक्षण में समय बहुत खर्च होता है क्योंकि एक समय में एक ही व्यक्ति की परीक्षा ली जा सकती है। | 1. सामूहिक बुद्धि परीक्षण में समय की बचत होती है क्योंकि एक ही साथ बहुत से व्यक्तियों की परीक्षा ली जा सकती है। |
2. वैयक्तिक परीक्षा में प्रश्न कठिन होते हैं। | 2. इसमें प्रश्न सरल होते हैं और थोड़े समय में ही प्रखर, सामान्य एवं मन्द बुद्धि के व्यक्तियों का पता चल जाता है। |
3. इस परीक्षण में बालक घबरा जाता है। | 3. सामूहिक बुद्धि परीक्षण में बालक बहुत कम घबराता है। |
4. वैयक्तिक परीक्षण में विशेष योग्यता की आवश्यकता होती है। | 4. सामूहिक बुद्धि परीक्षण में विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं होती। |
5. इस परीक्षण में व्यय अधिक होता है। | 5. इस परीक्षण में व्यय कम होता है. अतः यह निर्धन देशों के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है। |
6. परीक्षक तथा परीक्षार्थी में वैयक्तिक सम्पर्क स्थापित होता है। | 6. इसमें इस प्रकार के सम्पर्क का अभाव ही रहता है। |
7. वैयक्तिक परीक्षा के प्रश्नों के निर्धारण में कठिनाई होती है। | 7. सामूहिक परीक्षा में ऐसा नहीं होता। |
8. व्यक्तिगत बुद्धि परीक्षण में सामूहिक बुद्धि का पता नहीं चल पाता। | 8. इसमें सामूहिक बुद्धि का पता आसानी से चल जाता है। |
9. यह परीक्षण छोटे बालकों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है। | 9. यह परीक्षण बड़े विद्यार्थियों के लिए अधिक उपयुक्त है। |
10. इस परीक्षण में प्रामाणिकता एवं विश्वसनीयता अधिक पाई जाती है। | 10. प्रायः सामूहिक परीक्षणों में प्रामाणिकता एवं विश्वसनीयता का अभाव करने की सम्भावना रहती है। |
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