B.Ed./M.Ed.

जन माध्यमों के कार्य और उनके उत्तरदायित्व की चर्चा कीजिए।

जन माध्यमों के कार्य और उनके उत्तरदायित्व
जन माध्यमों के कार्य और उनके उत्तरदायित्व

जन माध्यमों के कार्य और उनके उत्तरदायित्व

जन माध्यम व्यक्ति और समाज के लिए सूचना का सबसे बड़ा स्रोत है। ये समाज में भारी परिवर्तन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इन परिर्वतनों को इस प्रकार समझा जा सकता है-

1. जनता के दृष्टिकोण में बदलाव : जन माध्यमों के ज़रिए लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव लाया जा सकता है। जैसे एड्स बीमारी है। हम समझते हैं कि ये रोग उनको भी हो सकते हैं जो ऐसे बीमार आदमी को छू लेते हैं। जन माध्यम ऐसे में शिक्षित करते हैं और हमारे इस दृष्टिकोण को बदलने में सहायक होंगे। हमें बताएँगे कि यह रोग मात्र स्पर्श से नहीं हो सकता। इसी तरह जन माध्यम हमें पोलियो के बारे शिक्षित करते हैं जिनका प्रभाव यह पड़ता है कि इसे फालतू का काम समझने वाले इसकी बूँद-बूँद महत्त्वपूर्ण समझने लगते हैं।

जब पुराने तौर-तरीके बदलकर सरकार जनता को नए अपनाने के लिए कहती है तो यह परिवर्तन माना जाएगा। तब सरकार की मदद जन माध्यम करेंगे। जन माध्यम सरकार के किसी कार्यक्रम की सूचना देकर जनता का दृष्टिकोण ही नहीं बदलते अपितु यह भी सूचना देते हैं कि आखिर यह दृष्टिकोण बदला कैसे? इसके लिए जन माध्यम सूचना का प्रदर्शन और उसके लागू करने पर एक विशेष कार्यक्रम प्रसारित-प्रचारित करते हैं। जैसे किचन चैंपियन में आप देखते हैं कि किस तरह रसोई में आधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर विभिन्न व्यंजन पकाए जा सकते हैं।

2. जन माध्यमों से दुनियाँ मुट्ठी में : जन माध्यमों ने दुनिया को मुट्ठी में कर लिया है। जैसे राष्ट्रकुल मंडल के खेल में दिल्ली में आयोजित किए जा रहे हैं परंतु उसे पूरा विश्व अपने-अपने घर के बिस्तर पर लेटे हुए देख रहा है। इसी तरह दुर्घटना अमेरिका में होती है तो इसकी सूचना पलक झपकते ही आपको दिल्ली में सड़क पर चलते हुए प्राप्त हो जाएगी। जन माध्यम ने दुनिया को वैश्विक ग्राम में लाकर खड़ा कर दिया है। हम चाहे ब्रिटेन में जाएँ या जर्मनी में, हमें फ्रीज, टेलीविजन, धुलाई मशीन जैसे उपकरण सब जगह मिलेंगे। इसी तरह आज वर्ड वाइड वेब साइड और इंटरनेट के ज़रिए लोग और देश एक-दूसरे के अत्यंत निकट आ गए हैं।

3. उत्पादों के वितरण में प्रोत्साहक : जन माध्यम का उपयोग उत्पादक उपभोक्ताओं को अपने उत्पाद की जानकारी देने के लिए भी करते हैं। अब अगर किसी कंपनी ने कोई बहुउद्देश्यीय मोबाइल तैयार किया है तो जनता तक पहुँचाने के लिए उसे विज्ञापन देना ही होगा। उत्पादक की यह मुश्किल जन माध्यम हल करेंगे। विज्ञापन के बिना उपभोक्ता बाज़ार में आए नए उत्पादों की जानकारी नहीं प्राप्त कर सकेंगे। इस तरह हम कह सकते हैं कि जन माध्यम उद्योग व उपभोक्ता दोनों की मदद करते हैं।

इसी भी पढ़ें…

About the author

shubham yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

Leave a Comment