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प्राथमिक स्तर पर जनसंख्या शिक्षा के विशिष्ट उद्देश्य
जनसंख्या शिक्षा प्रकोष्ठ राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण, संस्थानों द्वारा प्राथमिक स्तर पर जनसंख्या शिक्षा के अग्रलिखित विशिष्ट उद्देश्य निर्धारित किये गये हैं-
1. ज्ञान एवं अवबोधपरक उद्देश्य (Knowledge and appreciation related aims) – प्राथमिक स्तर पर जनसंख्या शिक्षा के ज्ञान एवं अवबोधपरक उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
(1) छात्रों को जनसंख्या की वृद्धि के प्रभावों से परिचित कराकर पास-पड़ोस, गाँव, राज्य, देश में जनसंख्या की प्रवृत्ति की जानकारी कराना। (2) छात्रों को देश की जनसंख्या वृद्धि में सहायक कारकों से अवगत कराना एवं उनके निवारण के उपायों का ज्ञान कराना। (3) छात्रों को जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न आर्थिक, सामाजिक तथा अन्य क्षेत्रों की समस्याओं से अवगत कराना एवं उनके सन्दर्भ में सही निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना। (4) छात्रों को आधारभूत आवश्यकताओं के सन्दर्भ में छोटे एवं बड़े परिवार की जानकारी देना तथा लघु परिवारों के लाभों की जानकारी कराना। (5) छात्रों को यह अवबोध कराना कि सुखी, सम्पन्न एवं आरामदायक जीवन छोटे परिवार में ही सम्भव है। (6) छात्रों को यह प्रतीत कराना कि स्वस्थ जीवन के लिये उचित पोषण एवं अच्छी आदतों का निर्माण आवश्यक है। (7) छात्रों को पौधों तथा जीव-जन्तुओं के विकास एवं विनाश की प्रक्रिया से अवगत कराना।
2. अभिवृत्तिपरक उद्देश्य (Attitude related aims)- इस स्तर पर जनसंख्या शिक्षा के अभिवृत्तिपरक उद्देश्य अग्रांकित हैं-
(1) छात्रों में यह विचार प्रस्फुटित करना कि जनसंख्या वृद्धि पर नियन्त्रण देश के प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है। (2) छोटा परिवार सुविधापूर्ण और आरामदायक जीवन की ओर अग्रसर होता है, इस भावना का विकास छात्रों में करना। (3) स्वस्थ आदतों के निर्माण के प्रति तत्परता का विकास करना। (4) परिवार, गाँव, समुदाय तथा राष्ट्र के जीवन में आपसी सहयोग एवं उत्तरदायित्व का निर्वाह करने की भावना का विकास करना। (5) जनसंख्या वृद्धि में सहायक ‘सामाजिक कुरीतियों एवं अन्धविश्वासों पर चिन्तन एवं मनन करना एवं उन्हें दूर करने की इच्छा का विकास करना। (6) वैयक्तिक स्वास्थ्य एवं वातावरण की स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं निष्ठा विकसित करना। (7) अस्वास्थ्यकारी परिस्थितियों को दूर करने एवं आसपास के वातावरण को स्वस्थ बनाने के उपायों की क्रियान्विति के लिये पहल करने की प्रवृत्ति का विकास करना ।
3. कौशल एवं योग्यतापरक उद्देश्य (Skill and ability related aims) – कौशल एवं योग्यतापरक उद्देश्य निम्नलिखित हैं- (1) जनसंख्या सम्बन्धी मानचित्रों को पढ़ने का कौशल विकसित करना। (2) स्थानीय क्षेत्रों की जनसंख्या सम्बन्धी सूचना एकत्रित करने एवं आँकड़ों के संकलन का कौशल विकसित करना। (3) संकलित आँकड़ों एवं तथ्यों को प्रदर्शित करने की योग्यता का विकास करना। (4) मानचित्रों में जनसंख्या सम्बन्धी तथ्यों के अंकन का कौशल विकसित करना। (5) दैनिक जीवन में प्रयुक्त वस्तुओं के रख-रखाव एवं दुरुपयोग को रोकने की कुशलता का विकास करना। (6) प्राकृतिक साधनों के संरक्षण एवं उचित उपयोग हेतु विद्यालय दृष्टिकोण को विकसित करने का प्रयास करना ।