सहभागी एवं असहभागी अवलोकन में अन्तर
सहभागी एवं असहभागी अवलोकन में अन्तर इस प्रकार हैं-
(1) सहभागिता के आधार पर- सहभागी अवलोकन में अध्ययनकर्ता समूह व समुदाय का एक अभिन्न अंग बनकर उनकी सभी गतिविधियों में भाग लेता है, जबकि असहभागी अवलोकन में वह एक तटस्थ और मौन द्रष्टा के रूप में अध्ययन करता है।
(2) गहनता में अन्तर – सहभागी अवलोकन में घटनाओं का गहन और सूक्ष्म अध्ययन सम्भव है और गुप्त सूचनाएँ भी संकलित की जा सकती हैं, जबकि असहभागी अवलोकन में यह सम्भव नहीं है।
(3) समूह के व्यवहार के आधार पर- सहभागी अवलोकन में समूह के लोग अवलोकनकर्ता को अपना ही समूह सदस्य या साथी मानते हैं, अतः उसके सम्मुख स्वाभाविक व्यवहार करते हैं, जबकि असहभागी अवलोकन में अध्ययनकर्ता एक अजनबी और बाहरी व्यक्ति समझा जाता है जिसके सम्मुख कृत्रिम व्यवहार व्यक्त किया जाता है।
(4) सत्यापन के आधार पर- सहभागी अवलोकन में अध्ययनकर्ता को घटनाओं की सत्यता की जाँच करने के कई अवसर प्राप्त होते हैं, जबकि असहभागी अवलोकन में सत्यापन के अवसर सीमित होते हैं।
(5) समय एवं धन के आधार पर- असहभागी अवलोकन की तुलना में सहभागी अवलोकन में समय एवं धन अधिक लगता है।
(6) वस्तुनिष्ठता के आधार पर- सहभागी अवलोकन की तुलना में असहभागी अवलोकन अधिक वैज्ञानिक एवं वस्तुनिष्ठ होता है और उसमें व्यक्ति के पक्षपात के आने की कम सम्भावना रहती है।
(7) अध्ययन यन्त्रों के आधार पर- सहभागी अध्ययन में अवलोकनकर्ता अवलोकन कार्ड का प्रयोग नहीं कर सकता है, जबकि असहभागी अवलोकन में अवलोकनकर्ता अनुसूची, अवलोकन कार्ड आदि का प्रयोग कर सकता है।
(8) कुशलता के आधार पर- सहभागी अवलोकन में अध्ययनकर्ता अधिक कुशल व प्रशिक्षित होना चाहिए, जबकि असहभागी में सामान्य अनुभव एवं प्रशिक्षण के आधार पर अध्ययन सम्भव है।
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