अनुक्रम (Contents)
परीक्षा में ग्रेड प्रणाली की व्याख्या कीजिए।
परीक्षा सुधार के क्षेत्र में कार्यरत विषय विशेषज्ञों का ध्यान ग्रेड प्रणाली ने आकर्षित किया। उनके विचार में फलांकों के वर्गों (Marking Categories) को कम करके आंकिक प्रकिया की त्रुटियों को कम किया जा सकता है। इस प्रकार ग्रेड प्रणाली के अपनाये जाने को सिद्धान्त रूप में स्वीकार करने के पश्चात् भी ग्रेडों की संख्या पर एक मत निर्णय नहीं पाया गया। कुछ छात्रों के मत में 5 बिन्दु ग्रेड, कुल लोगों के मत में 7 और अन्य कुछ लोगों के मत में 9 बिन् ग्रेड प्रणाली उचित थीं ।
विश्वविद्यालय अनुदान (UGS) तथा अनेक विश्वविद्यालयों में 1975 और 1976 में ग्रेड प्रणाली पर कार्यशालार्थ आयोजित की गईं और इसके आधार पर 7 बिन्दु ग्रेड प्रणाली अपनाने पर सहमति बन गई। यह ग्रेड O, A, B, C, D, E, और F हैं।
ग्रेड प्रणाली में परीक्षक छात्रों के प्रश्न वाद उत्तरों को सीधे-सीधे ग्रेड देकर मूल्यांकन कर सकेंगे तथा सम्पूर्ण उत्तर पुस्तका के लिए औसत ग्रेड ज्ञात कर लिया जायेगा। ग्रेड औसत की गणना के लिए सभी ग्रेड़ों को अंकों में परिवर्तित कर लिया जायेगा और उसके पश्चात् उनका औसत ज्ञात कर लिया जायेगा जिसे ग्रेड बिन्दु औसत (Grad point Average) कहा जाता है।
सी. जी. पी. ए. से आप का क्या अभिप्राय है ?
सी जी. पी. ए. (CGPA) का पूर्व रूप Calculation of Grade Point Average’ अर्थात् ‘ग्रेड बिन्दु औसत की गणना है। अंकन प्रणाली की कमियों को ध्यान में रखते हुए माध्यमिक शिक्षा आयोग तथा शिक्षा आयोग ने अंको के स्थान पर ग्रेड प्रणाली का सुझाव दिया। NCRT के द्वारा भी ग्रेड प्रणाली की सिफारिश की गयी थी (National Policy on Education में भी विश्वविद्यालय स्तर पर ग्रेड प्रणाली अपनाने की बात कही गयी है।
ग्रेड प्रणाली में परीक्षक छात्रों के प्रश्न वाद उत्तरों को सीधे-सीधे ग्रेड देकर मूल्यांकन कर सकेंगे तथा सम्पूर्ण उत्तर पुस्तका के लिए औसत ग्रेड ज्ञात कर लिया जायेगा। ग्रेड औसत की गणना के लिए सभी ग्रेड़ों को अंकों में परिवर्तित कर लिया जायेगा और उसके पश्चात् उनका औसत ज्ञात कर लिया जायेगा जिसे ग्रेड बिन्दु औसत (Grad point Average) कहा जाता है। ज्ञात बिन्दु ग्रेड प्रणाली में O को 6, A को 5, B को 4, C को 3, D को 2, E को 1 और F को शून्य अंक दिये जा सकते हैं। इस प्रकार उत्तर पुस्तिका के कवर पृष्ठ का प्रारूप सारणी 2 की तरह होगा।
- सेमेस्टर एवं तिमाही सेमेस्टर प्रणाली | सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली के लाभ
- मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं परिभाषा तथा शैक्षिक उपयोगिता
इसी भी पढ़ें…
- नवाचार के प्रकार | नवाचार अंगीकार करने के पद या प्रक्रिया
- नवाचार का अर्थ एवं परिभाषा, आवश्यकता, उद्देश्य तथा क्षेत्र
- वैज्ञानिक स्वभाव से आप क्या समझते हैं?
- नवाचार तथा नवाचार की विशेषताएँ
- शैक्षिक नवाचार एवं शिक्षा के नूतन आयाम
- भारतीय शिक्षा प्रणाली में नवाचार हेतु नूतन आयाम
- ई-जर्नल्स | ई-जर्नल्स के लाभ
- वृत्तिका विकास से आप क्या समझते हैं?
- वृत्तिका विकास तथा रोजगार चयन को प्रभावित करने वाले कारक
- रोयबर द्वारा वृत्तिक विकास के महत्त्वपूर्ण सिद्धान्त
- वृत्तिका विकास का बहुलर द्वारा किए गए वर्गीकरण
- निर्देशन का महत्त्व
- निर्देशन के विभिन्न सिद्धान्त
- निर्देशन कार्यक्रम की विशेषताएँ
- निर्देशन कार्यक्रम को संगठित करने के उपाय, विशेषताएँ तथा प्रकार
- निर्देशन का क्षेत्र, लक्ष्य एवं उद्देश्य
- निर्देशन का अर्थ | निर्देशन की परिभाषा | निर्देशन की प्रकृति | निर्देशन की विशेषताएँ