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औद्योगिक विकास से आप क्या समझते हैं?
औद्योगिक विकास का आशय उद्योगों के क्रमिक एवं नियमित विकास से लगाया जाता है, जिसमें प्रत्येक उद्योग में कम लागत में अधिकतम उत्पादन करके प्राकृतिक संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जा सके। औद्योगिक विकास के अन्तर्गत बड़े उद्योगों, लघु उद्योगों एवं कुटीर उद्योगों के विकास को भी सम्मिलित किया जाता है। औद्योगिक विकास का प्रमुख उद्देश्य है मानव जीवन स्तर को उच्च बनाना तथा मानव के लिये आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन करना; जैसे-प्राचीनकाल में व्यक्ति पेड़ों पर घर बनाकर रहता था या पृथ्वी पर घास-फूस की झोंपड़ी बनाकर रहता था। वर्तमान समय में मानव पक्के एवं सुविधायुक्त मकानों में रहता है। इसमें लोहा, लकड़ी, सीमेण्ट, पत्थर एवं ईंट आदि का प्रयोग होता है। ये सभी उद्योग व्यापक एवं वृहद उद्योगों के अन्तर्गत आते हैं। इसी प्रकार के अनेक उद्योगों का विकास औद्योगिक विकास की श्रेणी में आता है।
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