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आदमी शराब क्यों पीता है?
“शराब की अनेक बुराइयों के प्रति लोगों को सचेत किया जाता है, फिर भी वे इसकी और इतना अधिक आकर्षित हैं।” क्यों ?
वे निम्नलिखित कारण हैं जो लोगों को शराब पीने के लिए प्रेरित करते हैं-
1. एक दवा के रूप में
शराब एक उत्तेजित और पौष्टिक पदार्थ माना जाता है। इसका प्रयोग अनेक प्रकार की बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है, जैसे- प्रमेह, मलेरिया, सर्दी-जुकाम एवं खाँसी आदि। अतः ग्रामीण लोग शराब का प्रयोग दवा के रूप में करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में शिशुओं को शराब दवा के रूप में दी जाती है, जिससे कि उन्हें नींद आ जाये।
2. फैशन
आधुनिक युग में शराब का प्रयोग फैशन बनता जा रहा है। कुछ लोग शराब का प्रयोग उत्सवों (जैसे शादी, तिलक, वर्षगाँठ एवं मुण्डन आदि) के अवसर पर या मेहमानों या मित्रों का साथ देने के लिए शराब का प्रयोग करते हैं। आज कल तो युवतियाँ भी शराब का प्रयोग करने लगी हैं।
3. आपत्ति के कारण
लोग आपत्ति के समय में भी शराब का प्रयोग करते हैं। डॉ० बोंगर के मतानुसार, “व्यक्ति शराब का प्रयोग आपत्तियों एवं चिन्ताओं से छुटकारा पाने के लिए शराब का प्रयोग करता है। इसलिए शराब को ‘संकट का पेय’ कहा जाता है।”
4. वंशानुगत
स्नायुविक कमजोरी कुछ व्यक्तियों में स्नायुविक कमजोरियाँ होती है। वे स्वयं को समाज में रहने योग्य नहीं समझते हैं। उनके अन्दर सामाजिक जीवन से छुटकारा पाने की प्रवृत्ति होती है, जिसके कारण वे शराब का प्रयोग करते हैं।
5. व्यवसाय और व्यापार
जब व्यापारियों को अपने व्यापार में लाभ होता है तो वे खुशी मनाने के लिए और जब हानि होती है तो गम मिटाने के लिए शराब का प्रयोग करते हैं। इस सम्बन्ध में एक प्रमुख विद्वान ने लिखा है कि
“मुख्यतः औद्योगिक क्रान्ति के उपरान्त अनेक व्यक्तियों के लिए शराब ‘संकट पेय’ बन गयी है। काम के लम्बे घण्टे, अपर्याप्त भोजन, आर्थिक स्थिरता, काम का भारी बोझ, आवास की बुरी स्थिति एवं अज्ञानता आदि के कारण बहुत से लोग इस संकट पेय के शिकार बनते हैं।” – इलियट व मैरिल
6. नगरीकरण
आधुनिक युग में शराब दिन-प्रतिदिन नगरीय संस्कृति का अंग बनती जा रही है। नगर में औपचारिक एवं द्वैतीयक सम्बन्धों की प्रधानता के कारण व्यक्ति आत्मीयता का अभाव महसूस करता है। किन्तु वह शराब के माध्यम से घनिष्टता कर लेता है। नगरों में बड़े-बड़े होटलों, क्लबो, रेस्टोरेण्टों व नाचघरों आदि में शराब का प्रयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
7. एकाकीपन
कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जिन्हें व्यवसाय के कारण या अपनी नौकरी के कारण घर से दूर तथा अपने परिवार से अलग एकान्त स्थान पर रहना होता है, जहाँ पर वह एकाकीपन महसूस करता है। इस स्थिति में शराब उसका साथ देती है।
8. अतिथि सत्कार
मेहमानों के आगमन पर उनके स्वागत एवं सम्मान में भी लोग शराब का प्रयोग करते हैं।
9. सेना एवं युद्ध
शराब एक उत्तेजक पदार्थ है। सैनिकों को युद्ध के समय शराब का सेवन कराया जाता है, जिससे वे दुश्मन का डटकर मुकाबला कर सकें।
10. कठोर श्रम
कठोर श्रम करने वाले व्यक्ति भी शराब का प्रयोग करते हैं। लोगों का यह मानना होता है कि शराब के सेवन से थकान उतर जाती है और आराम से नींद आ जाती है।
11. मानसिक कारण
लोगों का ऐसा मानना है कि जो लोग शराब का प्रयोग करते हैं उनमें अधिकांश अशांत एवं अस्थिर चित्त वाले होते हैं। लोग अपनी कमियों को छिपाने एवं चिन्ता से निजात पाने के लिए शराब का सेवन करते हैं।
12. मानसिक तनाव
मानसिक तनाव की स्थिति में सामान्य रूप से कार्य करना कठिन हो जाता है अतः कुछ लोग मानसिक तनाव एवं संघर्षो से मुक्ति पाने के लिए शराब का सेवन करते हैं।
13. मनोवैज्ञानिक कारण
जिज्ञासा को शान्त करने, तनाव व संघर्ष से मुक्ति पाने, उदासी भगाने, साहस जुटाने एवं ऊँची उड़ाने भरने के लिए भी कुछ लोग शराब का सेवन करते हैं, क्योंकि इन लोगों का मानना यह होता है कि नशा करने के बाद शरीर में जोश आ जाता है।
14. शारीरिक कारण
कुछ लोग चेतन्य रहने, यौन अनुभव में वृद्धि करने एवं दर्द निवारण के लिए भी शराब का सेवन करते हैं।
15. सामाजिक कारण
लोग शराब का सेवन सामाजिक उत्सव मनाने मित्रों का सत्कार करने तथा सामाजिक मूल्यों को चुनौती देने एवं परिवार के सदस्यों का अनुकरण करने आदि कारणों से लोग शराब का सेवन करते हैं।
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