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अनुसंधान प्ररचना की प्रमुख विशेषताएँ | Characteristics of Research design in Hindi
अनुसंधान प्ररचना की प्रमुख विशेषताएँ (Characteristics of Research design in Hindi)- अनुसंधान की सम्पूर्ण प्रक्रिया इसकी ठीक प्रकार से बनाई गई प्ररचना पर निर्भर करती है अतः एक अच्छी अनुसंधान प्ररचना में समस्या की प्रकृति के अनुरूप अगले चरणों हेतु सही पूर्व निर्णय लेना अनिवार्य होता है। एक अच्छी अनुसंधान प्ररचना में निम्नलिखित विशेषताओं का होना अनिवार्य है –
1. यह लचीली (Flexible) होनी चाहिये ताकि आवश्यकता पड़ने पर किसी भी चरण में थोड़ा बहुत परिवर्तन किया जा सके।
2. यह उपयुक्त (Appropriate) होनी चाहिये ताकि विश्वसनीय सामग्री का संकलन किया जा सके।
3. यह कार्यकुशल (Efficient) होनी चाहिये ताकि अनुसंधान के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया जा सके।
4. यह मितव्ययी (Economical) होनी चाहिये ताकि उपलब्ध साधनों की सीमाओं के अन्तर्गत सम्पूर्ण अनुसंधान को पूरा किया जा सके।
वास्तव में अच्छी अनुसंधान प्ररचना उसी को कहा जाता है जो पक्षपात की संभावना तो कम करती है, जबकि संकलित की जाने वाली सामग्री को विश्वसनीय रूप से संकलित करने में सहायता प्रदान करती है। प्रयोगात्मक प्ररचनाओं में वे प्ररचनाएं अच्छी मानी जाती हैं जिनमें कम से कम त्रुटियाँ होती हैं। इसी प्रकार, वह अनुसंधान प्ररचना भी अच्छी मानी जाती है, जो समस्या के विभिन्न पहलुओं के बारे में अधिकतम सामग्री संकलित करने में सहायक होती है। इसीलिये अनुसंधान प्ररचना समस्या की प्रकृति पर निर्भर करती है तथा हो है कि एक प्रकार के अध्ययनों में उपयुक्त मानी जाने वाली प्ररचना अन्य प्रकार के अध्ययनों में अनुपयुक्त हो ।
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