अनुसूची के प्रकार (Types of Schedule)
अनुसूची के प्रकारों का वर्णन निम्न प्रकार किया गया है –
लुण्डबर्ग ने अनुसूचियों के निम्नलिखित तीन प्रकार बताए हैं –
(1) वस्तुनिष्ठ तथ्यों को एकत्रित करने वाली अनुसूचियाँ इसमें निम्नलिखित तीन प्रकार की – अनुसूचियों को शामिल किया गया है
(i) अध्ययनकर्ता के प्रत्यक्ष अवलोकन पर आधारित अनुसूची,
(ii) बगैर साक्षात्कार के प्रश्नावली पर आधारित अनुसूची,
(iii) जिन व्यक्तियों के पास वांछित तथ्य उपलब्ध हैं उनके साक्षात्कार
(2) अभिवृत्तियों तथा विचारों का निर्धारण एवं मापन करने वाली अनुसूचियाँ पर आधारित अनुसूची ।
(3) सामाजिक संस्थाओं एवं संगठनों की स्थिति तथा कार्यों वाली अनुसूचियाँ।
श्रीमती पी. वी. यंग ने अनुसूचियों के निम्नलिखित प्रकारों का उल्लेख किया है-
(1) अवलोकन सूची (Observation Schedule)- इस प्रकार की अनुसूची का प्रयोग अपने अवलोकन को लेखबद्ध करने के लिए किया जाता है।
(2) मूल्यांकन सूची (Rating Schedule)- इसका प्रयोग किसी विषय के बारे में लोगों की अभिवृत्ति, रुचि, राय, विश्वास एवं अनुमति आदि के सांख्यिकीय मापन हेतु किया जाता है।
(3) संस्था सर्वेक्षण अनुसूची (Institution Survery Schedule)- इस सम्बन्ध में पी. वी. यंग ने कहा है कि “किसी संस्था के समक्ष उत्पन्न होने वाली अथवा उसमें विद्यमान समस्याओं का निरीक्षण करने के लिए इस प्रकार की अनुसूचियाँ प्रयोग में लायी जाती हैं।
(4) प्रलेख अनुसूची (Document Schedule)- इस सम्बन्ध में भी पी. वी. यंग ने कहा है कि “इन अनुसूचियों का प्रयोग ऐसी सामग्री का आलेखन करने के लिए किया जाता है, जिन्हें विभिन्न प्रकार के प्रलेखों व्यक्तिगत जीवन इतिहासों तथा अन्य सामग्री से प्राप्त किया जाता है।”
(5) साक्षात्कार अनुसूची (Interview Schedule)- इस प्रकार की अनुसूची प्रत्यक्ष साक्षात्कार के द्वारा एकत्र की जाती हैं।
इसी भी पढ़ें…
इसी भी पढ़ें…
- साक्षात्कार के प्रकार- उद्देश्य,सूचनादाताओं की संख्या,संरचना,अवधि तथा आवृत्ति के आधार पर
- साक्षात्कार के गुण एवं दोष | Merits and limitations of Interview in Hindi
- सहभागी अवलोकन का अर्थ एवं परिभाषाएँ, गुण या लाभ, दोष अथवा सीमाएँ
- असहभागी अवलोकन का अर्थ, गुण (लाभ), दोष या सीमाएँ
- आनुभविक अनुसन्धान का अर्थ, प्रकार, उपयोगिता या महत्व तथा दोष | Empirical Research in Hindi
- व्यावहारिक अनुसन्धान की परिभाषा | व्यावहारिक अनुसन्धान प्रकार | Applied Research in Hindi
- मौलिक अनुसन्धान का अर्थ, परिभाषा, विशेषतायें एवं उपयोगिता
- उपकल्पना या परिकल्पना का अर्थ, परिभाषाएँ, प्रकार तथा प्रमुख स्रोत
- सामाजिक सर्वेक्षण का क्षेत्र एवं विषय-वस्तु
- शिक्षा में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का अनुप्रयोग
- शिक्षा में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का क्षेत्र
- विद्यालयों में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के उपयोग
- सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का अर्थ
- सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का प्रारम्भ
इसी भी पढ़ें…
- अभिप्रेरणा क्या है ? अभिप्रेरणा एवं व्यक्तित्व किस प्रकार सम्बन्धित है?
- अभिप्रेरणा की विधियाँ | Methods of Motivating in Hindi
- अभिप्रेरणा का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार
- अभिप्रेरणा को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक
- अभिक्रमित अनुदेशन का अर्थ, परिभाषाएं, प्रकार, महत्त्व, उपयोग/लाभ, सीमाएँ
- शाखीय अभिक्रमित अनुदेशन (Branching Programmed Instruction)
- स्किनर का क्रियाप्रसूत अनुबंधन सिद्धांत
- पुनर्बलन का अर्थ | पुनर्बलन के प्रकार | पुनर्बलन की सारणियाँ
- अनुकूलित-अनुक्रिया को नियन्त्रित करने वाले प्रमुख कारक
- पावलॉव का अनुकूलित-अनुक्रिया सिद्धान्त | पावलॉव का सिद्धान्त
- सीखने की विभिन्न विधियाँ | सीखने के क्षेत्र या अधिगम के क्षेत्र | अधिगम के व्यावहारिक परिणाम
- अधिगम का अर्थ एवं परिभाषा | Meaning and Definitions of Learning in Hindi
- अधिगम की प्रकृति क्या है? | What is the nature of learning in Hindi
- अधिगम के नियम, प्रमुख सिद्धान्त एवं शैक्षिक महत्व
- शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ, परिभाषा ,क्षेत्र ,प्रकृति तथा उपयोगिता
- वैश्वीकरण क्या हैं? | वैश्वीकरण की परिभाषाएँ
- संस्कृति का अर्थ एवं परिभाषा देते हुए मूल्य और संस्कृति में सम्बन्ध प्रदर्शित कीजिए।
- व्यक्तित्व का अर्थ और व्यक्तित्व विकास को प्रभावित करने वाले कारक