समाजशास्‍त्र / Sociology

सांख्यिकी का अर्थ एवं परिभाषा | Meaning and Definition of Statistics in Hindi

सांख्यिकी का अर्थ एवं परिभाषा
सांख्यिकी का अर्थ एवं परिभाषा

सांख्यिकी का अर्थ 

‘सांख्यिकी शब्द अंग्रेजी के शब्द ‘Statistics’ का हिन्दी रूपान्तर हैं जो कि लैटिन भाषा के ‘Status’ शब्द से बना है। कुछ लोग इसकी उत्पत्ति इटैलियन भाषा के शब्द ‘Statista’ अथवा जर्मन भाषा के शब्द ‘Statistik’ से भी जोड़ते हैं। इन शब्दों का अर्थ सम्बन्धित भाषाओं में पहले राजनीतिक रूप से राज्य व्यवस्था के लिये किया जाता था परन्तु इसका आधुनिक प्रचलन 18 वीं शताब्दी में हुआ, जबकि गाटफ्रायड आकेनवाल (Goltfried Achenvell) ने सर्वप्रथम इस शब्द का प्रयोग किया।

सांख्यिकी शब्द का प्रचलन सामान्य रूप से दो प्रकार से किया जाता है (i) बहुवचन में तथा (ii) एकवचन में बहुवचन में इसका अभिप्राय समको, सामग्री अथवा ऑकड़ों से है। जैसे कि अपराध व्यापार, राष्ट्रीय आय, आयातनिर्यात सम्बन्धी सामग्री जबकि एकवचन में ‘सांख्यिकी’ शब्द का अर्थ सांख्यिकीय विज्ञान से लगाया जाता है अर्थात इसका प्रयोग सांख्यिकीय पद्धति के रूप में किया जाता है। जिसके द्वारा संकलित सामग्री को क्रमबद्ध किया जाता है तथा उसका विश्लेषण एवं निर्वचन किया जाता है। प्रमुख विद्वानों ने सांख्यिकी की परिभाषाएँ निम्नलिखित प्रकार से दी है –

सांख्यिकी की परिभाषा 

कॉनर के अनुसार- “सांख्यिकी किसी प्राकृतिक अथवा सामाजिक समस्या से सम्बन्धित माप की गणना या अनुमान का क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित ढंग है जिससे कि इनके अन्तर्सम्बन्धों का प्रदर्शन किया जा सके।”

किंग के अनुसार- “गणना अथवा अनुमानों के संग्रह के विश्लेषण द्वारा प्राप्त परिणामों से सामूहिक प्राकृतिक अथवा सामाजिक घटनाओं का निर्णय करने की रीति को सांख्यिकी विज्ञान कहते हैं।”

बॉउले के अनुसार- “सांख्यिकी किसी अन्वेषण से सम्बन्धित तथ्यों की ऐसी संख्यात्मक  प्रस्तावनाएँ हैं जिन्हें एक-दूसरे से सम्बन्ध स्थापित करके रखा गया है, इन्होंने सांख्यिकी को गणना का विज्ञान, माध्यों का विज्ञान तथा सामाजिक जीव को एक सम्पूर्ण इकाई मानकर सभी रूपों को उसका माप करने वाले विज्ञान के रूप में परिभाषित किया है।”

वालिस एवं रोबर्ट्स के अनुसार- सांख्यिकी तथ्यों के परिमाणात्मक पहलुओं  के संख्यात्मक विवरण है जो मदों की गिनती या माप के रूप में व्यक्त होते हैं।”

सांख्यिकी की उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट हो जाता है कि अधिकांश विद्वान इसे एक विज्ञान मानते हैं अर्थात इसकी परिभाषा सांख्यिकीय पद्धति या वैज्ञानिक पद्धति की एक शाखा के रूप में दी जाती है।

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shubham yadav

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